- मौला अब्बास का जीवन हमें वफादारी का सबक़ देता है: मौलाना
अजय पाण्डेय
जौनपुर। मानवता सम्राट हजरत अली अ.स. के छोटे बेटे हजरत अबुल फजलिल अब्बास की शान में होने वाली महफ़िल ‘बज़्मे ताजदारे वफ़ा’ का 50वां दौर पुरानी बाज़ार स्थित मीरु सैय्यद के इमामबाड़े में हुआ जहां स्थानीय व बाहरी शायरों ने शामिल होकर हजरत अब्बास की शान में कलाम व कसीदा पेश किया।
महफिल का आगाज तिलावते कलामे पाक से कारी अल्तमश हुसैन ने किया। मौला की नज़र हुई और सभी की सेहत सलामती की दुआ कराई गई। धर्मगुरु मौलाना सै सफदर हुसैन ज़ैदी ने तक़रीर करते हुए कहा कि हज़रत अब्बास का जीवन एक भाई के प्रति अटूट निष्ठा और प्रेम का उदाहरण है। यह एक ऐसे योद्धा रहें जिसने इंसानियत की सलामती के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। मौला अब्बास का जीवन हमें वफादारी का सबक़ सिखाता है।
मौलाना ने कहा कि हज़रत अब्बास महान व्यक्तित्व के स्वामी थे। वे बहुत बहादुर, साहसी व वफ़ादार और कृपालू थे। वे संसार के सभी स्वतंत्रता प्रेमियों के लिए नमूनाा हैं। हज़रत अब्बास का व्यक्तित्व इतना महान था कि उनको संसार के अनेक धर्मों के मानने वाले बहुत ही श्रद्धा की दृष्टि से देखते हैं। न केवल मुसलमान, बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी हज़रत अब्बास के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं।
पूर्व प्रधानाचार्य सै. मो. हसन नसीम ने बज़्मे ताजदारे वफ़ा के 50 वर्ष के इतिहास के बारे में विस्तार से बतते हुये कहा कि हज़रत अब्बास अ.स. ने इस्लाम के सिद्धांतों के अनुसार अपने साथियों के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया और कुरान की शिक्षाओं और पवित्र पैगंबर की बातों के अनुसार चलने की हिदायत दिया। संचालन हसन वास्ती ने किया।
डा माएल चन्दौल्वी, डा अज़हर उतरौलवी मुम्बई, सहर अर्शी बड़ागांवी, मौलाना शहंशाह मिर्जापुरी, शाद सीवानी, शोहरत जौनपुरी, शादाब जौनपुरी, डा मुजतबा आब्दी, शाहिद मीर घरी, नातिक गाज़ीपुरी, हेजाब इमामपुरी, एहतेशाम जौनपुरी, हसन फतेहपुरी, अब्बास काज़मी, मोजिज़, शब्बीर, मुन्तज़िर, वसीम, तालिब, फ़ैज़ी व तल्ख़ जौनपुरी आदि शायरों ने मिसर-ए-तरह पर मौला की शान में कसीदे पढ़े जिस पर उपस्थित लोग झूम उठे। जामिया इमाम जाफर सादिक मदरसा बेगमगंज के छात्र काशिफ, दाएम, फ़ज़ल, असग़र व ज़मानत ने सामूहिक रुप में कसीदा पढ़ा जिसे सुनकर लोग मंत्र—मुग्ध हो गये आयोजन समिति के अध्यक्ष सै शौकत अली मुन्तज़िर व सचिव सै हयात हुसैन ने आये लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर हाजी सै कबीर ज़ैदी, सै मो मुस्तफा करबलाई, मौलाना मो. रज़ा खान, मौलाना हसन जाफर, मौलाना अम्बर अब्बास, कोषाध्यक्ष आसिफ मेंहदी, संयोजक सै हैदर मेंहदी लकी, इसरार हुसैन एडवोकेट, सै हसनैन क़मर दीपू, शाहिद हुसैन, प्रधानाचार्य सै अलमदार नज़र, गौहर ज़ैदी, राशिद खान सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।