तेजस टूडे ब्यूरो
जौनपुर। स्वच्छ गोमती अभियान अध्यक्ष गौतम गुप्ता ने कहा कि संस्था नमामि गंगे व अमृत योजना में व्याप्त बेहद गम्भीर तकनीकी व वित्तीय भ्रष्टाचार पर लम्बे समय से आवाज़ उठाती आ रही थी। हमने पहले भी मीडिया के माध्यम भ्रष्टाचारी जल निगम को चेताया था कि सीवर पाइप डाले जाने के उपरांत उसकी ग्रेवलिंग, टिम्बरिंग इत्यादि मानकों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पाइप भी बेहद निम्न गुणवत्ता की डाली जा रही जिसके फलस्वरूप इस सीवर कार्य का आगे सफल हो पाना एकदम असम्भव है।
यदि समय रहते इस गम्भीर मुद्दे पर विभाग व जिला प्रशासन ने कार्यवाही की होती तो आज ऐसे सड़कों की दुर्दशा न होती। उ0प्र0 की बेहद ईमानदार योगी सरकार की साख को बट्टा लगाने की नीयत से जलनिगम जौनपुर व गंगा यूनिट वाराणसी कार्य कर रही है।
कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित पत्रकार भवन में पत्रकारों से वार्ता करते हुये श्री गुप्ता ने कहा कि जल निगम के अधिशासी अभियंता सचिन सिंह व गंगा यूनिट के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय बर्मन को पूर्व में इन गड़बड़ियों से अवगत करा दिया गया था। समूचे शहर में अब तक लगभग अलग—अलग 15 स्थानों पर सीवर डाले जाने के बाद सड़के धंस चुकी हैं। कभी भी कोई बड़ी अनहोनी होने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में स्वच्छ गोमती अभियान जिलाधिकारी के माध्यम से मांग किया कि अमृत योजना व नमामि गंगे योजना में व्याप्त इस बेहद गम्भीर तकनीकी व वित्तीय भ्रष्टचार के विषय का संज्ञान ग्रहण कर सभी आरोपी अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करें जिससे आगे से ये विभाग व अधिकारी उ0प्र0 की ईमानदार व भ्र्ष्टाचार पर ज़ीरो टॉलरेंस की नीति वाली भाजपा सरकार को बदनाम करने की नीयत से काम करने का साहस न करें।