अजय पाण्डेय
जौनपुर। जनपद में 26 दिसम्बर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया गया। इसी बाबत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजधानी स्थित भारत मंडपम में ‘वीर बाल दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करते हुये युवाओं के एक मार्च पास्ट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उसी क्रम में नगर में राज्यमंत्री गिरीश यादव ने झंडी दिखाकर पदयात्रा को रवाना किया जो कोतवाली, चहारसू चौराहा, ओलंदगंज होते हुए सद्भावना पुल, शाही किला से मानिक चौक स्थित गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर अरदास हुआ जहां प्रसाद वितरण कर कार्यक्रम का समापन हुआ। पिछले साल 9 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन प्रधानमंत्री ने साहिबजादे बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत की स्मृति में ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाएगा।
इसके बाबत बताया गया कि मुगल शासनकाल के दौरान पंजाब में सिखों के गुरु गोविन्द सिंह के चार बेटे थे जिन्हें 4 साहिबजादे खालसा कहा जाता था। 1699 में गोविन्द सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की। धार्मिक उत्पीड़न से सिख समुदाय के लोगों की रक्षा करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई थी। 3पत्नियों से गुरु गोबिंद सिंह 4 बेटे अजीत, जुझार, जोरावर और फतेह। सभी खालसा का हिस्सा थे। उन चारों को 19 वर्ष की आयु से पहले मुगल द्वारा मार डाला गया था। उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस्लाम धर्म कबूल न करने पर उन्हें क्रमशः १ और 5 साल की उम्र में कथित तौर पर जिंदा दफन कर दिया गया था। पदयात्रा में बरीनाथ मठ, सरस्वती शिशु मंदिर नखास, महावीर बाल मंदिर नखास, श्री तेग बहादुर सिंह बाल विद्यालय के छात्र—छात्राएं उपस्थित थे।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, डॉ राम सूरत मौर्य चेयरमैन प्रतिनिधि, नंद लाल यादव, संतोष मौर्य, तरुन शुक्ल, सतीश त्यागी, श्री गुरु सिंह सभा के तेजा सिंह, सरदार सतनाम सिंह एडवोकेट, जसविंदर सिंह, हरिविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, कार्यक्रम महामंत्री अमित श्रीवास्तव, सह संयोजक सरदार सतवंत सिंह, पंकज श्रीवास्तव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
जौनपुर में मना वीर बाल दिवस, निकाली गयी पदयात्रा
RELATED ARTICLES