- अपराध होने की दशा में कानूनी प्रक्रिया से हुई रूबरू
मड़ियाहूं, जौनपुर। एक्शन एड यूनिसेफ के सहयोग से नई पहल बाल संरक्षण परियोजना के तहत किशोरियों के एक समूह ने कोतवाली मड़ियाहूं और महिला थाने का भ्रमण किया। 53 किशोरियों वाले इस समूह ने सामाजिक सुरक्षा से जुड़ी तमाम गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल की। एक्शन एड के जिला समन्वयक विनोद कुमार ने किशोरियों को सामाजिक सुरक्षा योजना से जोड़ने के लिए एक्शनएड की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रम से अवगत कराया।
एसएचओ कोतवाली मड़ियाहूं विनय प्रकाश सिंह ने महिलाओं के साथ कोई भी अपराध होने की दशा में थाने में मुकदमा दर्ज किए जाने से लेकर उसकी विवेचना, चार्जसीट तैयार कर अपराधी को न्यायालय से सजा दिलाने तक की प्रक्रिया से अवगत कराया। उन्होंने मिशन शक्ति के तहत किशोरियों को 1090, 1076 और एंटीरोमियो दस्ते के बारे में भी जानकारी दी। महिला थाना प्रभारी सरोज सिंह ने कहा की किशोरियों को अपने साथ कोई भी अपराध होने पर डरने की जरूरत नहीं है, उन्हें बेझिझक इसकी शिकायत पुलिस से करनी चाहिए।
पुलिस उनकी पूरी मदद करेगी। अपराध को दबाने से अपराध बढ़ता है। महिला थाने की सलाहकार शोभना ने बताया कि जब लड़कियां चुप्पी तोड़ेंगी तभी उन पर अत्याचार बंद होगा। साइबर क्राइम के बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई। यूपी एनआरएलएम की भारतीय सरोज ने कहा कि किशोरियों को ब्यूटी पार्लर, मोबाइल रिपेयरिंग, सिलाई, कढ़ाई, पेंटिंग इलेक्ट्रॉनिक में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सौहार्द साथी एवं पत्रकार आनंद देव ने किशोरियों के इस समूह को भारतीय संविधान की उद्देशिका भेंट करते हुये कहा कि किसी भी नागरिक के साथ भेदभाव न हो और राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए जरूरी है कि हम सभी समता, स्वतंत्रता, न्याय, बंधूता जैसे संवैधानिक मूल्यों को समझें और अपने जीवन को उन्हीं मूल्य के अनुरूप ढालने की कोशिश करें।