Monday, April 29, 2024
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महिला अधिकार के प्रश्न चुनौतियां और आगे के रास्ते विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन

दिशा फाउण्डेशन, अवध यूथ कलेक्ट्यू एवं कबीर पीस सेण्टर ने किया कार्यक्रम
जौनपुर। नगर के हिंदी भवन में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला अधिकार के प्रश्न चुनौतियां और आगे के रास्ते विषयक संगोष्ठी का आयोजन दिशा फाउंडेशन, अवध यूथ कलेक्ट्यू एवं कबीर पीस सेण्टर की तरफ से हुआ। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता सिविल कोर्ट की अधिवक्ता मंजू शास्त्री ने कहा कि महिला दिवस दुनिया भर मनाया जाता है। दुनिया में पहली बार कार्ला जैटकीन ने महिलाओं के कहा कि एक समान काम का एक समान वेतन और महिलाओं के लिए विशेष अवकाश की मांग की थी। इतनी लंबी लडाई के बावजूद महिलाओं को वह अधिकार नहीं मिलता जिसकी वह अधिकारी है। महिलाओं ने अपनी लडाई और मजबूती के के साथ लड़ रही है। Dahejr की सबसे ज्यादा पीड़ित हैं आज महिलाएं।
विशिष्ठ वक्ता शोभना ने कहा कि दुनिया में श्रम की चोरी पकड़ी जायेगी तो चोरी महिलाओं के श्रम की चोरी है। सबसे ज्यादा महिलाएं उत्पादन में लगी है। घर, खेत, कारखानों मिलों सहित हर क्षेत्र में महिलाएं निर्माण और उत्पादन में लगी हुई है लेकिन इनके श्रम की वाजिब कीमत नहीं मिलती है।
विचार गोष्ठी में कामरेड बचाऊ राम ने महिलाओं के संघर्ष का इतिहास विस्तार से रखा। साथ ही गायत्री देवी, अर्चना रानी, साधना, सुषमा, अंजली, अंबिका, कुसुम, विवेक, आंशिक यादव समेत कई साथियों ने विचार रखे। संगोष्ठी की अध्यक्षता कर रहीं डॉ विमला सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन कभी कभी ही होते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस कार्यक्रम में गांवों से चलकर बड़ी संख्या में महिला साथी आई हुई है।
अन्त में लाल प्रकाश राही ने सभी के प्रति धन्यवाद देते हुए कहा कि समाज तभी बदलेगा जब महिला पुरुष, लड़के—लड़कियां एक साथ कंधे मिलाकर सर तरह की समस्याओं के खिलाफ लड़ेंगी। संगोष्ठी में करिश्मा, शुभम, संतोष, अभय शर्मा, कैलाश राम, नेहा, रोली, उदयराज, शुभम शर्मा, सीमा कुमारी, मनोज कुमार समेत तमाम लोग उपस्थित रहे।

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