Monday, April 29, 2024
No menu items!

किसान महापंचायत से अजीत ने भरी हुंकार

प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को जोड़ने वाली सड़क को नेशनल हाइवे के अधिकारियो ने किया है बाधित
महापंचायत में किसानों ने अजीत को चुना किसान नेता
विनोद कुमार/अमित गुप्ता
चन्दवक, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र में सड़क के बाधित होने से दुर्घटना बढ़ गई है। अगर सांसद विधायक एमएलसी ने इसका जल्द से जल्द फैसला जमीन पर नेशनल हाईवे के अधिकारियों को लेकर बैठक नहीं किया तो 24 मार्च से क्षेत्र में सभी जनप्रतिनिधियों का पोस्टर लगाकर उसके ऊपर काला झंडा ट्रैक्टर, ट्रॉली, ऑटो टेंपो, बस, साइकिल पर बांधकर क्षेत्र की जनता विरोध करने को बाध्य होगी।
उक्त बातें किसान महापंचायत में किसानों को संबोधित करते हुए समाजसेवी अजीत सिंह ने कही। साथ ही आगे कहा कि 2012 से यह सड़क का मामला लंबित है। यह सड़क बनने का नाम नहीं ले रहा है। नेशनल हाईवे ने हाईकोर्ट में किसानों के ऊपर केस किया है जिसकी वजह से न्यायालय की तरफ से किसानो को नोटिस दिया जा रहा है लेकिन डोभी क्षेत्र के किसान गरीब है। कोर्ट की डेट वाले दिन शायद ही कोई किसान वहां पहुंच सके। सरकार जहां किसानों को सम्मान करने के लिए प्रधानमंत्री किसान योजना में रखी हुई है, वहीं नेशनल हाईवे किसानों को कोर्ट से नोटिस देकर उनके कोर्ट कचहरी के धक्के खिलाना चाह रही हैं।
उन्होंने कहा कि किसानों को आये 3350 नोटिस में लगभग 1100 लोग मृतक हैं जबकि देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री के चुनावी क्षेत्र वाराणसी व गोरखपुर को जोड़ने वाली एनएच 233 सड़क को नेशनल हाईवे ने बाधित किया है। नेशनल हाईवे के अधिकारियों के द्वारा खुद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की छवि को भी नेशनल हाईवे धूमिल कर रही है। किसान जमीन का मालिक है जमीन का फैसला जमीन पर करना चाहता है। कोर्ट कचहरी का धक्के खाकर नहीं करना चाहता है। न नेशनल हाईवे के प्रतिनिधि यहां आ रहे हैं और न ही जनता के चुने हुए प्रतिनिधि किसानों का हाल चाल लेने आ रहे हैं।
बता दें कि रविवार को चंदवक क्षेत्र के ऋषिकुल पब्लिक स्कूल के परिसर में किसान महापंचायत सूर्यनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई जहां सर्वसम्मत से अजीत सिंह के सर पर पगड़ी बांध हाथों में हल देकर अपना किसान नेता मनोनीत किया गया। इस दौरान मंच पर आसीन सभी वक्ताओं ने किसान के मुद्दे को लेकर अपनी बात रखी। कार्यक्रम से पैदल मार्च कर गांधी पार्क पहुंचका महात्मा गांधी के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर भारत माता की जय के साथ किसानों एकता जिंदाबाद के नारों के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
इस अवसर पर मनीष सिंह, डॉ अवनीश सिंह, सुजीत सिंह, मोहन सिंह, सतीश सिंह, अरविंद पाण्डेय, राजीव सिंह, राजेंद्र सिंह, राधेश्याम यादव, रामेश्वर सिंह, ठाकुर प्रसाद, कक्कू सिंह समेत पंचायत में भारी संख्या में किसान मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन जय प्रकाश राम ने किया।

किसान महापंचायत चलता रहा, स्थानीय पुलिस कार्यक्रम से नदारत रही
चन्दवक थाने से महज दो सौ मीटर दूरी पर किसानों का महापंचायत कार्यक्रम चल रहा था जिसमें 5 सौ से अधिक किसानों ने पंचायत में भाग लिया। महापंचायत को लेकर जिला प्रशासन समेत स्थानीय प्रशासन का रवैया उदासीन देखने को मिली। इतना बड़ा कार्यक्रम चल रहा था लेकिन कोई पुलिस कर्मी मौके पर नहीं पहुंचे थे। यदि महापंचायत में किसी प्रकार की घटना घटित होती तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होता? यह बड़ा सवाल खड़ा करता है। किसानों की महापंचायत लगभग दो घंटे से अधिक चला लेकिन जिला प्रशासन व स्थानीय पुलिस नादरत रही। आखिर कौन सा कार्यक्रम चल रहा था जिसकी भनक चंदवक पुलिस को नहीं हुई। यह जिला प्रशासन व स्थानीय प्रशासन के ढुलमुल रवैया को दर्शाता है। खबर लिखे जाने तक उपजिलाधिकारी नेहा मिश्रा से उनके सीयूजी नंबर पर फोन कर इस मामले को लेकर जानने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल बंद था।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular