रियाजुल हक
जौनपुर। ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 341 पर लगे धार्मिक प्रतिबंध को समाप्त करने और दलित मुस्लिम और दलित ईसाई को अनुसूचित जाति में शामिल करने के संबंध में एक विज्ञप्ति महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को सौंपा।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष एजाज अहमद हाशमी ने कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14, 15, 16, 21, 25 में साफ लिखा है कि भारत में बसने वाले इंसान चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, लिंग, नस्ल के हो, उनके साथ कोई भेदभाव नहीं हो सकता लेकिन उसके बावजूद भी उक्त धाराओं के अनुच्छेद के कारण हिंदू, बौद्ध और सिखों के दलित को तो दलित माना गया लेकिन मुस्लिम पिछड़ी जातियों को दलित नहीं माना गया और न ही ईसाइयों को दलित माना गया। उनका कहना है कि दलित तो दलित है। उसका धार्मिक विश्वास और पूजा पद्धति कुछ भी हो। भारत को एक सेकुलर और लोकतांत्रिक देश होने के नाते मुस्लिम दलित और इसाई दलित को यह सारी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए, ताकि उनका भी विकास हो सके उनको भी आरक्षण मिल सके।
इस अवसर पर हाजी मोहम्मद निहाल अंसारी, अखलाक अहमद गुर्जर, नेयाज इदरीशी, असलम मंसूरी, मोहम्मद खालिद, मोहम्मद इनाम, इसरार अहमद, गोल्डी सहित तमाम लोग मौजूद रहे।