- सिकरारा के बोधापुर के पास बदमाशों ने तड़तड़ाईं गोलियां
- कार्ड देने के बहाने बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम
सौरभ सिंह
सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के प्रयागराज मार्ग पर स्थित बोधापुर गांव के पास सड़क पर गुरूवार को सुबह लगभग 10 बजे गोलियों की तड़तड़ाई से जहां पूरा इलाका थर्रा उठा, वहीं मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने बोधापुर निवासी भाजपा जिला मंत्री प्रमोद यादव को गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया। घटना के खबर मिलने पर थाने की पुलिस टीम सहित आस—पास थानों की फोर्स एवं पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुँचकर निरीक्षण करने के बाद बदमाशों की तलाश में जुट गये है। हालांकि खबर लिखे जानें तक इस गोलीकांड के कारण का खुलासा नहीं हो सका था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रमोद यादव भाजपा की जिला इकाई की कमेटी में जिला मंत्री हैं। प्रतिदिन की तरह गुरूवार को अपने घर से जैसे ही जौनपुर—प्रयागराज मार्ग पर पहुंचे कि तभी मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने उन पर गोलियों की बौछार शुरू कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बदमाशों ने ताबड़तोड़ प्रमोद के शरीर में 7 गोलियां दागीं जिसके बाद फरार हो गये। गोली लगने से घायल प्रमोद गिरकर छटपटाने लगे जिसको देख आस—पास के लोग तत्काल उन्हें जिला अस्पताल लेकर भागे जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद आस—पास के ग्रामीण बदमाशों का पीछा जरूर किये मगर बदमाश हवा में असलहा लहराते भागने में सफल हो गये। घटना की सूचना थाना सिकरारा को मिलते ही थाना प्रभारी तत्काल मौके पर पहुंचे। साथ ही आस—पास के थानों की फोर्स एवं पुलिस के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम को रवाना कर दिये। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बदमाश गोली मारने के बाद बदलापुर की ओर भागे थे। बदमाश पीले रंग के कपड़े पहने थे। ऐसा आस—पास के ग्रामीण जन बता रहे हैं। इस गोलीकांड की घटना ने एक बार फिर जिले के पुलिसिंग की हनक पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। हालांकि अब जिला स्तरीय अधिकारी दावा कर रहे हैं कि जल्दी ही बदमाश जेल में नजर आएंगे।
गोलीकांड की घटना पुलिस की हनक पर बड़ा सवाल है। इस कांड से पूरा इलाका कांप उठा है। आमजन एक ही बात कर रहा है कि प्रमोद यादव मिलनसार और सज्जन व्यक्ति रहे। उनको क्यों और किसने गोली मारी, यह समझ के परे है। घटना की खबर मिलने के बाद भाजपा के नेतागण और जिला कमेटी के लोग घटनास्थल से लेकर जिला अस्पताल तक पहुंचते रहे। अपने दल के नेता की हत्या पर शोकाकुल नजर आये। वहीं दूसरी ओर इस घटना से बोधापुर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है।
परिजनों के अनुसार प्रमोद यादव ने साल 2012 में भाजपा की टिकट पर मल्हनी विधानसभा से चुनाव लड़ा था। कुछ रिपोर्ट में कहा गया कि उनका नामांकन रद्द हो गया था। वहीं कुछ रिपोर्ट में कहा गया कि वे इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रहे थे। इस चुनाव में सपा के समाजवादी पार्टी के पारसनाथ यादव विजयी हुए थे। दूसरे स्थान पर धनंजय सिंह की पूर्व पत्नी जागृति सिंह रही थीं। प्रमोद यादव के पिता राजबली यादव भी नेता थे। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। साल 1980 में उनकी भी हत्या कर दी गई थी। एक दिन वे अपने एक मित्र के साथ शहर से मूरकटवा आए थे। बाइक छोड़कर पैदल घर जा रहे थे। उसी दौरान घात लगाकर बैठे बदमाशों ने उन्हें गोली मारकर हत्या कर दी थी। वे एक बार जनसंघ के टिकट पर रारी विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन हार गए थे।
वहीं पुलिस अधीक्षक डा. अजय पाल शर्मा ने बताया कि शादी का कार्ड देने के बहाने 3 बदमाश बाइक से आए। वह उन्होंने प्रमोद को रोककर उनसे बातचीत करने लगे। इसी दौरान उन्हें गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान एक बदमाश कुछ दूरी पर खड़ा था। हत्या को अंजाम देने के बाद तीनों मौके से फरार हो गये। तीनों की तलाश की जा रही है। भाजपा नेता की हत्या के मामले में पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। पुलिस हर एंगल से इसकी जाँच कर रही है। अभी तक पीड़ित परिवार की तरफ से किसी पर आरोप नहीं लगाए गए हैं। पुलिस इलाके के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाल रही है। फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस को तैनात कर दिया गया है।