Monday, April 29, 2024
No menu items!

जिलाधिकारी समेत तीन के खिलाफ परिवाद दर्ज

मामला दीवानी न्यायालय में एम्बुलेंस एवं आकस्मिक चिकित्सा सुविधा के अभाव का
कई अधिवक्ताओं व वादकारियों की कोर्ट परिसर में हो चुकी है मौत
हिमांशु श्रीवास्तव एडवोकेट
जौनपुर। एम्बुलेंस व आकस्मिक चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में दीवानी न्यायालय में अधिवक्ताओं व वादकारियों की मृत्यु होने पर अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव की शिकायत पर स्थाई लोक अदालत अध्यक्ष बुद्धिराम यादव व सदस्य विजय शंकर श्रीवास्तव ने डीएम, सीएमओ समेत तीन पर परिवाद दर्ज कर नोटिस जारी किया है। अगली सुनवाई के लिए 10 अगस्त तिथि नियत की गई है।
अधिवक्ता हिमांशु श्रीवास्तव निवासी जोगियापुर ने जिलाधिकारी, सीएमओ व सीएमएस पर परिवाद दायर किया कि दीवानी न्यायालय में रोजाना दस से पंद्रह हजार की संख्या में अधिवक्ता, वादकारी,कर्मचारी व अधिकारी आते हैं। एक डॉक्टर की नियुक्ति की गई है लेकिन कोई आकस्मिक चिकित्सा संयंत्र नहीं है और न ही एंबुलेंस की व्यवस्था है। गत वर्षों में वादकारी के अलावा अधिवक्ता कृष्णागिरी तथा 3 दिन पूर्व 17 जुलाई को अधिवक्ता रिजवान अहमद की कोर्ट परिसर में हार्ट अटैक से मृत्यु हो चुकी है। एंबुलेंस के आने में इतनी देर हो जाती है कि जान बचाना असंभव हो जाता है।
इस संबंध में कई बार अधिवक्ताओं से चर्चा भी हुई लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अनुच्छेद 21 के तहत नागरिकों को प्राण एवं दैहिक का मूल अधिकार प्राप्त है। राज्य का दायित्व है कि नागरिकों के इस मूल अधिकार की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाए व लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवन की रक्षा के लिए उचित व्यवस्था करे। कोर्ट से मांग की गई कि विपक्षीगण को आदेशित करें परिसर में समस्त चिकित्सा सुविधाओं/संयंत्रों से युक्त एक हाईटेक एंबुलेंस की व्यवस्था करें जिससे आकस्मिकता की स्थिति में लोगों की जान बचाई जा सके। जिन लोगों की कोर्ट परिसर में मृत्यु हुई है उन्हें विपक्षीगण से क्षतिपूर्ति दिलाया जाय।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular