- सगरे गांव में विश्व मृदा दिवस पर आयोजित हुई गोष्ठी
विपिन मौर्य एडवोकेट
मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय विकास खण्ड के सगरे गांव में विश्व मृदा दिवस मनाया गया जहां चौपाल भी लगाई गई। इस मौके पर “मिट्टी और पानी जीवन का स्रोत हैं” विषय पर संवैधानिक अधिकारों और कर्त्तव्यों के संदर्भ में चर्चा की गई। सौहार्द फेलो राज़ बहादुर ने कहा कि यह दिन हमारे लिए मिट्टी का महत्व स्वयं समझने और दूसरों को समझाने का है। मिट्टी हमारे ग्रह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसकी सुरक्षा मानव जाति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
इसी क्रम में अजित यादव ने कहा कि मिट्टी और पानी दोनों महत्वपूर्ण संसाधन हैं और खाद्य उत्पादन, पारिस्थितिकी तंत्र और मानव संरक्षण और प्रबंधन करना हमारी जिम्मेदारी है, मिट्टी का उपयोग कृषि, उद्योग और वन्यजीव संरक्षण में किया जाता है। मिट्टी का उचित उपयोग मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने, प्रदूषण कम करने और जल परिसंचरण को बढ़ावा देने में मदद करता है। मिट्टी की सुरक्षा और उचित प्रबंधन करना आवश्यक है, ताकि यह हमें सर्वोत्तम उत्पाद प्रदान कर सके और भोजन की विविधता को संरक्षित कर सके। वर्षा आधारित कृषि प्रणालियों में, 80 प्रतिशत फसलें भूमि पर उगाई जाती हैं जो वैश्विक खाद्य उत्पादन का 60 प्रतिशत है। ये प्रणालियाँ प्रभावी मिट्टी की नमी प्रबंधन प्रथाओं पर बहुत अधिक निर्भर करती हैं।
इस अवसर पर फूलचंद यादव, लाल साहब यादव, राय साहब, सुनील हौजदार, लाल बहादुर, राकेश, सुरेश, पप्पू, अजय, अमित यादव, संदीप, कोमल, नन्हे लाल, छोटे लाल, दिनेश सहित तमाम लोग मौजूद रहे।