धनुष टूटते ही श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा पण्डाल
पंकज बिन्द
महराजगंज, जौनपुर। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की लीलाओं को सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गये। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के राजपुर चरियाही में अखिल विश्व कल्याणार्थ श्री सीताराम नाम महायज्ञ और कथा प्रवचन में सोमवार ब्यास उमादास महाराज ने कहा कि गुरू विश्वामित्र से आज्ञा लेकर श्री राम और लक्ष्मण नगर दर्शन के लिए गये तभी मिथिलापुरी के नर-नारी श्रीराम का रूप देखते ही कहते हैं। राजकुमारों से शिव-धनुष टूट जाए तो सीता और राम विवाह हो जाय। राजा जनक ने सीता स्वयंवर की घोषणा किया और कहा कि जो भी राजा शिवजी की धनुष उठाएगा, वह उसके साथ सीता का विवाह कर देंगे। धनुष यज्ञ में कोई भी राजा धनुष को उठाना तो दूर उसे हिला भी नहीं सका। राजा जनक चिंतित हो उठे। विश्वामित्र की आज्ञा से श्री राम धनुष उठाकर प्रत्यंचा चढ़ाते ही धनुष टूट गया। धनुष टूटते ही श्रीराम की जय-जयकार से पंडाल गुज उठा।
कथा प्रवचन के बाद भक्तों ने आरती प्रसाद लिया। कथा प्रवचन के साथ मध्य प्रदेश के अनिल यादव व सहयोगी कलाकारों ने सुन्दर झांकी और नृत्य पेश किया। इस अवसर पर युवा नेता पांडेय तनुज, डा. राम यश यादव, पूर्व प्रधान शेर बहादुर यादव, प्रधान बृजलाल, जय सिंह, पूर्व प्रधान सुबेदार यादव, भरत चतुर्वेदी, अमरनाथ यादव, ओम प्रकाश, कृष्ण कुमार, राजधारी यादव, राम अकबाल, पंकज, अंबुज, अरुण, आशुतोष, रविन्द्र, सहित तमाम लोग उपस्थित रहे
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की लीलाओं को सुनकर श्रद्धालु हुये भाव-विभोर
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