Monday, April 29, 2024
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चार्ल्स डार्विन व गैलीलियो के जीवन व योगदानों को लेकर युवाओं व किशोरियों से की गयी चर्चा

  • छितौना गांव में प्रकृति विज्ञान व मानव संवाद यात्रा का हुआ आयोजन
  • सैकड़ों की संख्या में जीव की उत्पत्ति और क्रमिक विकास के लगे रहे पोस्टर्स

विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। दिशा फाउंडेशन ने प्रकृति विज्ञान और मानव संवाद यात्रा अभियान के तहत चार्ल्स डार्विन से गैलीलियो तक विज्ञान यात्रा का आज चौथा दिन का पड़ाव पूरा किया संस्थान ने क्षेत्र के छितौना ग्रामसभा के पूनम पत्नी रामजनम के आवास पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया। सबसे पहले चार्ल्स डार्विन और गैलीलियो के जीवन पर चर्चा करते हुए दोनों वैज्ञानिकों के योगदानों पर विस्तार से युवाओं और किशोरियों को बताया गया।
कामरेड प्रलय बहादुर यादव पुस्तक यात्रा और कामरेड अमरनाथ द्विवेदी स्मृति विज्ञान यात्रा के तहत अभियान चलाया इस अभियान के तहत जीवन की उत्पत्ति और मानव का क्रमिक में विकास, बिग बैंक की थ्योरी पर युवाओं किशोरियों के साथ विस्तार से चर्चा किया गया। इस अभियान के दौरान सैकड़ों की संख्या में जीव की उत्पत्ति और क्रमिक विकास के पोस्टर्स लगाए गए थे। साथ ही सैकड़ों की संख्या में बच्चों के लिए किताबें सजाई गई थीं। बच्चों ने अपनी पसंद की किताबों को चुनते और उसको पढ़ने के बाद किताबों से उठे सवालों पर बात करते। किशोर और युवाओं ने क्रमिक विकास के हर पोस्ट को सिलसिले वर पड़ा और उस पर बातचीत किया यह सवाल कई बार आए कि यदि इंसान बंदर से बना है तो सारे बंदर इंसान क्यों नहीं बन जाते, इस पर चर्चा करते हुए फैसिलिटेटर साथियों ने समझने की कोशिश की।
दुनिया में हर चीज का विकास सरलता से जटिलता की ओर हुआ है और मानव बनने की प्रक्रिया कोई एक दो वर्ष की नहीं, बल्कि लाखों—लाख वर्षों का परिणाम है और उसमें यह भी बताने का प्रयास किया गया कि जब अलग दो तरह के प्रजाति आपस में निषेचन क्रिया करते हैं तो तीसरे तरह की संतान की उत्पत्ति करते हैं और इसी से विकसित होते-होते आगे इंसानों का विकास हुआ यह तत्व प्रमाणित और प्रयोग है जिसको चार्ल्स डार्विन ने लंबे समय तक खोजबीन करने के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि हमारे पूर्वज चिंपांजी या बंदर हैं इसके साथ ही संविधान के मुद्दों को भी विज्ञान के साथ जोड़कर बताने का प्रयास किया गया।
इस अवसर पर सौहार्द फेलो नीरा आर्या, साधना यादव, चंद्रकला समेत दर्जनों महिलाएं शामिल हुईं। पूरे कार्यक्रम के आयोजन में संस्था के निदेशक लाल प्रकाश राही ने युवाओं और किशोरियों को बिग बैंक की थ्योरी और क्रमिक विकास की पूरी प्रक्रिया को बताने में आम भूमिका अदा किया।

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