जौनपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मनीष वर्मा की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति के बैठक हुई जिसका मुख्य ऐजेंण्डा भारत एवं उ0प्र0 सरकार द्वारा पर्यवेक्षित पोषण टैªकर एप के 0 से 06 वर्ष के बच्चों की वजन-लम्बाई, खाद्यान वितरण, आँगनबाड़ी कार्यकत्र्री द्वारा प्रत्येक माह किये जा रहे गृह भ्रमण की समीक्षा की गयी। इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती किये गये गम्भीर कुपोषित बच्चों, वर्ष 2020-21 में निर्माणाधीन 11 आगनबाड़ी केन्द्र और आँगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा दी जाने वाली शाला पूर्व शिक्षा जिसमें 0 से 07 वर्ष के बीच ’’संवेदनशील’’ समय आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि प्रत्येक बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा सैम बच्चों के पोषण पुर्नवास भर्ती कराया जाय। साथ ही कुपोषित बच्चों को सम्बन्धित ग्राम प्रधाान एवं अन्य स्वयं सेवी संस्थाओं को गोद दिलाते हुए ग्रामसभा को कुपोषण मुक्त किया जाय, नामित नोडल अधिकारियों द्वारा शत—प्रतिशत खाद्यान वितरण का सत्यापन किया जाय। कुपोषित बच्चों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एलबेण्डाजोल, मल्टी विटामिन, आयरन सिरप आदि का वितरण किया जायेगा। जिन आँगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पोषण टैªकर पर फीडिंग नही की जायेगी उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
जिला पोषण समिति में मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, डी0सी0 एन0आर0एल0एम0, डी0सी0 मनरेगा, जिला प्रोवेशन अधिकारी के अतिरिक्त समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन बाल विकास परियोजना अधिकारी मछलीशहर दीपक प्रताप चौबे ने किया।
जिला पोषण समिति की बैठक में डीएम ने दिये निर्देश
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