अजय विश्वकर्मा
सिद्दीकपुर, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षोत्सव व्याख्यान श्रृंखला के अंतर्गत एक दिवसीय विशेष व्याख्यान इनकुबेशन केंद्र में हुआ। अटल बिहारी वाजपेई इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट ग्वालियर से आए प्रो. पटवर्धन ने कहा कि जोखिम और अनिश्चितता के बीज से ही उद्यमिता का जन्म होता है। उद्यमिता के लिए दुर्लभ और नवाचारयुक्त सोच की आवश्यकता होती है।
उद्यमिता हेतु जोखिम एक महत्वपूर्ण घटक है। अच्छे उद्योगपति सोच—समझकर जोखिम उठाते है। ज्यादातर स्टार्ट अप असफल हो जाते हैं, क्योंकि इसके पीछे हम सही अनुमान नहीं लगा पाते। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जिसमें 1 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाना लक्ष्य रखा गया है। इसको और भी महत्वपूर्ण बना देते हैं। छात्रों ने जिज्ञासा समाधान किया।
इसके पहले कार्यक्रम की शुरुआत में प्रो. अविनाश पाथर्डीकर ने अतिथियों का स्वागत किया। अंत में संकायाध्यक्ष प्रो. अजय द्विवेदी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इसी क्रम में प्रो पटवर्धन को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ आशुतोष सिंह, डॉ रसिकेश, डॉ अमित वत्स, अनुपम कुमार, अभिनव श्रीवास्तव, आशुतोष सिंह, डॉ आशीष गुप्ता, डा राजीव कुमार समेत छात्र—छात्राएं उपस्थित रहे।
एचआर के क्षेत्र में उद्यमिता की है असीम सम्भावनाएं: प्रो. मनोज पटवर्धन
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