Sunday, April 28, 2024
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सदा सुख केवल भगवान की चरणों में: जय प्रकाश

जौनपुर। जनपद के श्रीराम जानकी मंदिर कमासिन पर चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण कथा में 5वें दिन श्रीकृष्ण बाल लीलाओं का वर्णन करते हुये कथा वाचक जय प्रकाश जी महाराज ने कहा कि सदा सुख केवल भगवान के चरणों में है। भगवान के सम्मुख और उनके शरणागत होने को ही भागवत कथा है। भागवत कथा से कल्याणकारी और कोई भी साधन नहीं है, इसलिए व्यस्त जीवन से समय निकालकर कथा को आवश्यक महत्व देना चाहिए। भागवत कथा से बडा कोई सत्य नहीं है। भागवत कथा अमृत है। इसके श्रवण करने से मनुष्य अमर हो जाता है। यह एक ऐसी औषधि है जिससे जन्म-मरण का रोग मिट जाता है।

भागवत कथा को 5वां वेद कहा गया है जिसे पढ़ सकते हैं और सुन सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृष्ण हिन्दू धर्म में विष्णु के अवतार हैं। सनातन धर्म के अनुसार भगवान विष्णु सर्वपापहारी पवित्र और समस्त मनुष्यों को भोग तथा मोक्ष प्रदान करने वाले प्रमुख देवता हैं। जब इस पृथ्वी पर असुर एवं राक्षसों के पापों का आतंक व्याप्त होता है तब भगवान विष्णु किसी किसी रूप में अवतरित होकर पृथ्वी के भार को कम करते हैं। वैसे तो भगवान विष्णु ने अभी तक 23 अवतारों को धारण किया।

इन अवतारों में उनके सबसे महत्वपूर्ण अवतार श्रीराम और श्रीकृष्ण के ही माने जाते हैं। कथा का आयोजन महंत श्रीराम कमल दास “ब्रह्मचारी” जी महराज द्वारा किया जा रहा है। कथा में मंदिर के इर्द-गिर्द गांव से कथा का रसपान करने के लिए भरपूर भीड़ इकट्ठा हो रही है। इस अवसर पर विशाल सिंह (अध्यापक), विरेन्द्र बहादुर सिंह (अध्यापक), कल्पनाथ पाठक सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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