- गीता महोत्सव का हुआ आयोजन
राकेश शर्मा
जौनपुर। भगवद्गीता परिवार द्वारा रविवार को नगर स्थित हिन्दी भवन में गीता महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. अरुण कुमार मिश्रा, पूर्वांचल विश्वविद्यालय मनोविज्ञान की प्रोफेसर डा. जान्हवी श्रीवास्तव, वरिष्ठ समाजसेवी डा. विमला सिंह, आध्यात्मिक वक्ता व मोटिवेशनल स्पीकर राकेश मिश्रा और एचआईवी हेड प्रसिद्ध कवियित्री डा. सीमा सिंह द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व वंदना कर किया गया। समारोह को सम्बोधित करते हुए आध्यात्मिक वक्ता व मोटिवेशनल स्पीकर राकेश मिश्रा ने कहा कि गीता के प्रत्येक श्लोक मंत्र हैं। इसके श्लोकों को हृदय में उतारने से अंतःकरण शुद्ध होता है और इसका हर शब्द अमृत है। गीता के अनुसार आचरण करने से मनुष्य का तुरंत उद्धार हो जाता है। वरिष्ठ चिकित्सक डा. अरुण मिश्रा ने कहा कि गीता साक्षात भगवान की वाणी है।
गीता ज्ञान रूपी गंगा जल में स्नान करने पर समस्त पाप ताप जलकर नष्ट हो जाते हैं। मनोविज्ञान की प्रोफेसर डा. जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि गीता में कहा गया है कि व्यर्थ की चिंता क्यों करते हो? किससे डरते हो? डर को त्याग दो! जब आत्मा न पैदा हो सकती है और न मर सकती है तो फिर डरने की जरूरत नहीं है। इस ज्ञान को हर इंसान को अपनाना चाहिए क्योंकि चिंता करने से जीवात्मा और शरीर दोनों को कष्ट पहुंचाता है। आज के समय में तनाव के कारण इंसान को तरह-तरह की बीमारियां उत्पन्न हो रही है।
ऐसे में गीता का यह ज्ञान मनुष्य के लिये बहुत फायदेमन्द हो सकता है। प्रसिद्ध कवियित्री और शिक्षिका डा. सुमति श्रीवास्तव ने गीता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में मां भवानी बालिका इंटर कॉलेज सडेरी से आये बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की। कार्यक्रम का संचालन राजेश पाण्डेय ने किया। इस मौके पर संजय उपाध्याय, सीमा सिंह, मनोज श्रीवास्तव, हरिओम, मंजू सिंह आदि मौजूद रहे।