सरकारी आदेश भयल बा, गुरू बनल बा मोबाइल।
खाली खीस निपोरे लइका, नाही मुँह पर इस्माइल।।
परेशान बा सबही इनसे, नवा जमाना आयल बा।
सब मंचन पर गूगल बाबा, युवा शक्ति में छायल बा।।
दादा समझावत पोता का, पोता आँख दिखावत बा।
लखी-लखी-के मोबाइल में, दादा का समझावत बा।।
हे! ईश्वर इनका समझावाँ, सबही इनसे घायल बा।
सब मंचन पर गूगल बाबा, युवा शक्ति में छायल बा।।
हम पढ़ली पटिया दुद्धी से, सरई का कलम बनउली।
श्याम पट्ट पर गुरू पढ़ावे, उनसे शिक्षा हम पउली।।
आज क लइका मोबाइल में, देखि देखि बौरायल बा।
सब मंचन पर गूगल बाबा, युवा शक्ति में छायल बा।।
डा. ब्रजेश यदुवंशी
सम्पादक, साहित्यकार, मान्यता प्राप्त पत्रकार