Monday, April 29, 2024
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नेचुरल बाईपास के जरिये हार्ट के मरीजों का होगा इलाज: डा. विमल छाजेर

  • शरीर में खरोच के बिना अब दिल के खोले जायेंगे हजारों ट्यूब
  • साओल हार्ट सेण्टर में प्रत्येक दो माह में मरीज देखेंगे डा. विमल

शुभांशू जायसवाल
जौनपुर। नगर के नईगंज स्थित साओल हार्ट सेंटर में मंगलवार को चिकित्सा विज्ञान की दुनिया में क्रांति लाने वाले विख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. विमल छाजेर पूर्व सलाहकार एम्स नई दिल्ली ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि आज विश्व में दिल के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसके इलाज के लिए लोगों को महानगरों की तरफ जाना पड़ता है। ऐसे में अब छोटे जिलों में उनके बेहतर इलाज के लिए साओल हार्ट सेंटर की फ्रेंचाइजी लेकर उन मरीजों को लाभ मिल सकेगा जो हार्ट की बीमारी से ग्रसित हैं। उन्होंने बताया कि ज्यादातर दिल के मरीजों की बाइ पास सर्जरी या इंज्योप्लॉस्टी होती है जिसमें मरीज के साथ परिवार के लोग भी परेशान रहते हैं और लाखों रूपये खर्च भी करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में 1995 में साओल की शुरूआत मेरे द्वारा की गई जो बिना बाईपास सर्जरी या इंज्योप्लॉस्टी के जरिए मरीज को पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।

डॉ. विमल झाजेर ने बताया कि एम्स से त्यागपत्र देने के बाद मेरे द्वारा अब तक 5 लाख से अधिक दिल के रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सका है। डॉ. झाजेर को राजीव गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार, भास्कर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। जिले में साओल हार्ट सेंटर की शुरूआत हो चुकी है जिसका लाभ यहां के लोगों को मिल सकेगा। उन्होंने बताया कि भारत में हर दस सेकेंड में एक हार्ट के मरीज को अपनी जान गंवानी पड़ती है और पूरे वर्ष में करीब पैंतीस लाख लोग हार्ट की बीमारी के चलते अपनी जान गंवा देते हैं। उन्होंने बताया कि इसको रोकने के लिए ही हम लोगों ने इस सेंटर की शुरूआत की है। इलाज के लिए कई चरणों में उनका इलाज किया जायेगा। पहले चरण में खानपान व रहन सहन का तरीका बताया जायेगा और बिना तेल का खाना कैसे लोगों को मुहैया कराया जाय, इसकी जानकारी दी जायेगी। साथ में मरीजों को व्यायाम व योगा कैसे किया जाय, उसकी जानकारी दी जायेगी। साथ ही दो और ट्रीटमेंट किया जायेगा जिसमें नेचुरल बाईपास के जरिए बिना बॉडी को खरोच लाए दिल में हजारों ट¬ूब लग जाते हैं। साथ में एलोपैथिक दवा भी जाती है।

उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक मशीनों के जरिए आज इस इलाज का लाभ 5 लाख से अधिक मरीज उठा चुके हैं और इस इलाज में मरीज के पैसे भी कम खर्च होत हैं। निदेशक प्रणीता सेठ ने बताया कि डॉ. विमल छाजेर का ऑनलाइन अपॉइटमेंट मरीज करा सकते हैं और दो माह में एक बार वे जिले का दौरा कर मरीजों को परामर्श देगें। डॉ. एसके प्रजापति ने बताया कि डॉ. विमल छाजेर के जिले में मरीजों को देखने से यहां के हजारों दिल के रोगियों को लाभ मिलेगा।

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