Sunday, April 28, 2024
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मिसाइल तकनीकी में पॉलीमर नैनो कम्पोजिट की भूमिका महत्वपूर्ण: डा. मयंक

  • फंक्शनल मैटेरियल रक्षा एवं ऊर्जा क्षेत्र के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण: प्रो. वन्दना
  • फंक्शनल पदार्थ पर शोध व पेटेंट समय की आवश्यकता: प्रो. राजाराम
  • फंक्शनल मैटेरियल पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ उद्घाटन

सरायख्वाजा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय परिसर स्थित प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) भौतिकीय विज्ञान अध्ययन एवं शोध संस्थान तथा एशियन पॉलीमर एसोसिएश नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में फंक्शनल मैटेरियल पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि रक्षा सामग्री एवं भण्डार अनुसंधान तथा विकास स्थापना (डीएमएसआरडीई) रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) कानपुर के डॉ. मयंक द्विवेदी ने कहा कि फंक्शनल पदार्थ का उपयोग करके युद्ध क्षेत्र में सैनिकों की रक्षा हेतु बुलेट प्रूफ जैकेट का निर्माण किया जा रहा है।

फंक्शनल पदार्थ और पॉलीमर से बने बुलेट प्रूफ जैकेट वजन में हल्के होने के कारण सैनिकों हेतु सुविधाजनक होते हैं। विशिष्ट अतिथि पूविवि के पूर्व कुलपति प्रो. राजाराम यादव ने फंक्शनल पदार्थ के आर्थिक महत्वों पर विस्तार से चर्चा करते हुये कहा कि किस प्रकार फंक्शनल पदार्थ पर शोध व पेटेंट कर हम विश्वविद्यालय को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकते हैं।

अनुभव साझा करते हुए विभिन्न प्रकार के फंक्शनल पदार्थ के विभिन्न प्रकार के उपयोग पर विस्तृत चर्चा भी किया। सम्मेलन के संरक्षक और आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर व एशियन पॉलीमर एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. भुवनेश गुप्ता ने पॉलीमर की विभिन्न आयामों पर चर्चा करते हुये छात्रों को पॉलीमर के क्षेत्र में शोध से जुड़ने हेतु प्रेरित किया। उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता कर रहीं व सम्मेलन की मुख्य संरक्षक पूविवि की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि फंक्शनल पदार्थ वर्तमान समय में विभिन्न क्षेत्रों में प्रयोग किये जा रहे हैं। पॉलीमर नैनो कंपोजिट का प्रयोग रक्षा क्षेत्र, संपोषणीय पर्यावरण विकास, उर्जा क्षेत्र, उत्प्रेरक आदि में किया जा रहा है। फंक्शनल पदार्थ के क्षेत्र में यह सम्मेलन विज्ञान के क्षेत्र में विश्वविद्यालय को आगे ले जाएगा।

रज्जू भैया संस्थान के निदेशक व सम्मेलन के संयोजक डॉ. प्रमोद यादव ने अतिथियों का स्वागत करते हुये बताया कि विभिन्न राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय संगठनों के सहयोग से तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। उद्घाटन सत्र का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ. नितेश जायसवाल ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, प्रो. वंदना राय, प्रो अशोक श्रीवास्तव, प्रो अविनाश, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. मिथिलेश सिंह, डॉ. गिरधर मिश्रा, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ मिथिलेश यादव डॉ. पुनीत धवन, डॉ. दिनेश वर्मा, डॉ. अजीत सिंह, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह डॉ. शशिकांत यादव, डॉ. नीरज अवस्थी, डॉ. सुजीत चौरसिया, डॉ. काजल डे, डॉ. धीरेंद्र चौधरी सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

  • सर्ब, डीबीटी, डीआरडीओ व सीएसआईआर कर रही प्रायोजित

यह तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, साइंस एंड इंजीनियरिंग रिसर्च बोर्ड (सर्ब), विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, रक्षा एवं विकास अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ), रक्षा मंत्रालय तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक की अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा प्रायोजित है।

  • स्मारिका और पुस्तक का हुआ विमोचन

उद्घाटन सत्र में सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन अतिथियों ने किया जहां डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. नितेश जायसवाल एवं डॉ. सुजीत चौरसिया द्वारा संपादित पुस्तक “एडवांसमेंट इन फंक्शनल मैटेरियल” का अतिथियों ने विमोचन किया।

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