Monday, April 29, 2024
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इण्डो-नेपाल एनएच 233 घोषित हुआ जर्जर, भारी वाहनों का आवागमन रुका

क्षेत्रीय जनता व बाजारवासियों में दिखी उदासीनता, जिम्मेदार मौन
पुल मरम्मत का कार्य जल्द शुरू नहीं हुआ तो हो सकती है विस्फोटक स्थिति
विनोद कुमार/अमित गुप्ता
चन्दवक, जौनपुर। आजमगढ़ वाराणसी एनएच 233 इंडो—नेपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर बना श्यामा प्रसाद मुखर्जी सेतु चंदवक को इन दिनों एनएचवे द्वारा जर्जर घोषित कर बैरियर लगा दिया गया है जिससे भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दिया गया है जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता समेत बाजार में भी उदासीनता साफ देखा जा रहा है। छोटे—बड़े व्यापारियों के व्यापार पर भी असर होता दिख रहा है। हर कोई बस यही कह रहा है कि एनएचवे पर बैरियर लगने से कठिनाइयों का सामना करने के साथ ही वाराणसी पहुंचने के लिए अतिरिक्त खर्च का बोझ भी उठाने पड़ रहे है जबकि इसी एनएचवे से होकर वाराणसी से नेपाल के काठमांडो बसों का संचालन होता है। बावजूद इसके भी एनएचवे द्वारा पुल के जर्जर होने का बोर्ड तो लगा दिया परंतु न पुल का मरम्मत कार्य अभी तक शुरू किया गया और न ही कार्य? कब शुरू किया जायेगा, इसकी जानकारी भी एनएचवे के अधिकारियों ने साझा करने का प्रयास भी किया। बहरहाल कब और कैसे पुल की मरम्मत की जायेगी, यह तो जिम्मेदार ही तय करेंगे।

एनएचवे द्वारा पुल का निर्माण कराया जाता है और पुल बाइस साल बाद जर्जर हो जाता है। ऐसे कौन से प्रोजेक्ट पर अधिकारी काम करते हैं कि पुल बाइस साल तक ही चलते हैं जिसका खामियाजा क्षेत्रीय जनता को भुगतना पड़ता है। वाराणसी जाने के लिए यात्रियों को अतिरिक्त खर्च का बोझ उठाना पड़ रहा है। पुल के मरम्मत का कार्य जल्द शुरू नहीं किये गये तो विस्फोटक स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।


अजीत सिंह डोभी
समाजसेवी बोडसर खुर्द

पुल के जर्जर घोषित होने से बड़ी तादात में वाराणसी जाने वाले यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वाराणसी से ही अन्य प्रदेश में जाने के लिये ट्रेनें मिलती हैं जिस कारण प्रतिदिन लाखों के तादात में क्षेत्रीय जनता समेत गैरजनपद के यात्री यात्रा करते हैं। एनएच के अधिकारियों को जल्द से जल्द पुल की मरम्मत करवाना चाहिए जिससे जल्द ही आवागमन बहाल हो सके।


जय प्रकाश राम
पूर्व ब्लाक प्रमुख डोभी

पुल जर्जर घोषित होने से बाजारवासियों समेत क्षेत्रीय जनता पर अतिरिक्त खर्च का बोझ उठाने पड़ रहे हैं। आम जनता में भारी आक्रोश है। स्थिति को समझते हुए एनएच के अधिकारियों को जल्द से जल्द पुल की मरम्मत का कार्य शुरू कर देना चाहिए, मगर आज बैरियर लगे लगभग 5 दिन बीत जाने के बाद भी पुल का कार्य शुरू नहीं किया गया।


रामेश्वर सिंह
समाजसेवी हरिदासपुर

एनएच के अधिकारियों द्वारा बकायदा साईन बोर्ड लगाकर फरमान तो जारी कर दिया गया परंतु यह बताना उचित नहीं समझे कि आखिर कब तक जर्जर पुल की मरम्मत की जायेगी। एनएच के अधिकारियों का खामियाजा आखिर क्यों आम जनता को भुगतना पड़ रहा है?

सुजीत सिंह

युवा समाजसेवी डोभी

 

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