Sunday, April 28, 2024
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करोड़ों के मामले में इंस्पेक्टर की भूमिका भी संदिग्ध

जौनपुर। करीब 4 करोड़ के हेराफेरी के मामले में रवि प्रकाश सहित उनके रिस्तेदारों के विरुद्ध जौनपुर में लगातार दर्ज हो रहे मुकदमे में इंस्पेक्टर आदेश त्यागी की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि करोड़ों के ठगी का मुकदमा 19-05-2023 को केराकत कोतवाली में दर्ज हुआ था। उस समय इंस्पेक्टर आदेश त्यागी केराकत कोतवाली पर तैनात थे।

उसके बाद त्यागी का ट्रांसफर शाहगंज कोतवाली पर हुआ तो वहां भी रवि प्रकाश सहित उनके रिश्तेदारों के विरुद्ध 26-07-2023 को मारपीट सहित कई अन्य गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया और कड़ी कार्रवाई होनी शुरू हो गई। हालांकि शाहगंज कोतवाली में मुकदमा न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ है परंतु मुकदमा दर्ज होते ही एसआई मनोज पाण्डेय अपने टीम के साथ ग्वालियर पहुंच गये और गैरकानूनी ढ़ंग से रवि प्रकाश को गिरफ्तार करके शाहगंज कोतवाली पर लाकर रख दिया। गिरफ्तारी की बात इंस्पेक्टर आदेश त्यागी के संज्ञान में भी था परंतु अवैध वसूली के चक्कर में रवि प्रकाश को 3 दिनों तक गैर कानूनी ढ़ंग से शाहगंज कोतवाली पर रखा गया। यह आरोप रवि प्रकाश की पत्नी अंकिता ने बीते गुरुवार को सीएम से किए गये शिकायत में लगाया है।

अंकित ने यह भी बताया कि मेरे, पति सहित मेरे रिश्तेदारों पर एक मनगढ़ंत कहानी के आधार पर तीसरा मुकदमा एससी/एसटी सहित कई गंभीर धाराओं में 03-11-2023 को थाना लाइन बाजार में भी दर्ज करा दिया गया है। अंकिता यह नहीं समझ पा रही है कि मुकदमा दर्ज कराने वाले भी प्रयागराज के निवासी है। आखिर कार किसके सहयोग से लगातार जौनपुर में ही मेरे, पति सहित सगे-संबंधियों पर क्यों मुकदमा दर्ज हो रहा है? आखिर इसके पीछे किसका हाथ है और हर मुकदमे के बाद पुलिस अधीक्षक जौनपुर को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई जा रही है परन्तु न्याय तो नहीं मिल रहा है।

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