- मौलाना आज़ाद विश्वविद्यालय के प्रोफ़ेसर ने आसमा कालेज में दिया व्याख्यान
राकेश शर्मा
खेतासराय, जौनपुर। मौलाना आजाद यूनिवर्सिटी हैदराबाद के प्रोफेसर डॉ. अबुल कलाम ने कहा कि शिक्षा के ही समाज को जागरूक किया जा सकता है। पिछड़े समाज को विकास की मुख्य धारा में जोड़ा जा सकता है। इसके महत्व के लिए शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाना चाहिए। वह रविवार को गोरारी में आसमा ग्रुप कालेज में आयोजित सेमिनार में बोलते हुए कही।
उन्होंने कहा कि शिक्षा को दो भागों में विभाजित करना दुर्भाग्यपूर्ण है। दीनी तालीम व दुनियावी तालीम जिससे हमारे समाज को काफी नुकसान उठाना पड़ा, जबकि मोहम्मद साहब ने तालीम के महत्व को देखते हुए कहा था कि शिक्षा ग्रहण करने के लिए अगर चीन जाना हो तो जाना चाहिए। डा. कलाम ने कहा कि धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ विज्ञान, गणित राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र सहित सभी क्षेत्रों में अपने बच्चों को आगे लाना होगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉ. सदफ कलाम ने भी छात्रों को संबोधित किया। अध्यक्षता प्रबन्धक डॉ. अब्दुल वहीद कासमी ने किया जबकि संचालन डॉक्टर फखरुद्दीन वहीद ने किया। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत अम्मार वहीद ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से मालती गुप्ता, फरहान खान, मोहम्मद जाकिर, आसिफ आदि मौजूद रहे।