विनोद कुमार/जितेन्द्र चौधरी
केराकत, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के केराकत के ग्राम पंचायत टंडवा में तूफानी राम के श्रद्धांजलि समारोह में मुख्य अतिथि के रूप जखनिया विधायक बेदी राम ने बाबा साहब के विचारों को रखते हुए एवं मृत्यु भोज का बहिष्कार करने की बात कहते हुए समाज को बाबा साहब के विचारों से अवगत कराया। मेरी चिंता मेरे अपने या परिवार के लिए तक नहीं है, बल्कि मेरी चिंता अपने गरीब,बेबस और लाचार समाज के लिए है। 1932 से राजनीति, शिक्षा और नौकरियों में आरक्षण लागू होने से लेकर आज तक हजारों बड़े-बड़े अधिकारी, कर्मचारी और राजनेता पैदा हुए हैं,कुछ को छोड़कर ज्यादातर अपनी अपनी डफ़ली और अपना-अपना राग अलापते रहे हैं।
क्या इतने सारे राजनेता अधिकारी और तथाकथित बुद्धिजीवी समाज को सही दिशा देने के लिए वैचारिक, आर्थिक और धार्मिक, संस्थानों का निर्माण नही कर सकते थे जो समाज को सही राजनीतिक दिशा देने का कार्य करते? कल जो नहीं हुआ, क्या वह आने वाले भविष्य में भी नही हो सकता? जिस भी व्यक्ति को समाज की चिंता होती है, वह नेता बनने की नहीं सोचता।
बल्कि समाज को दीर्घकालिक लाभ मिले, इसके लिए आर्थिक, धार्मिक और वैचारिक संस्थानों के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के साथ ही समाज की वर्तमान मूलभूत जरूरतें यथा शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, न्याय और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए समाज के लोगों को पुरुखों की विचारधारा के आधार पर जागरूक कर एक राजनीतिक दिशा देने का कार्य करता है। इतना तो सत्य है कि बहुजन महापुरुषों और बाबा साहब के संघर्षों द्वारा दिए गए अधिकारों को हम सब ने उपयोग कम दुरुपयोग अधिक किया है। इस अवसर पर राजीव सिंह विधायक प्रतिनिधि, अजय अंबेडकर, विनोद सिद्धार्थ, जितेंद्र सिंह चौधरी वरिष्ठ पत्रकार, प्रदीप अम्बेडकर, अरविंद कुमार विधायक पीआरओ, कुंवर आजाद सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।