डा. प्रदीप दूबे
सरपतहां, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के पटैला बाजार के निकट धिरौली नानकर गांव में सैकड़ों कोस के क्षेत्र के लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बाबा बान दईत के मंदिर से वरिष्ठ दंत चिकित्सक एवं बाबा द्वारिका दास हरि महाविद्यालय सारी जहांगीर पट्टी के प्रबंधक डा. सूर्यभान यादव ने सैकड़ों कन्याओं के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली। बालिकाएं सिर पर कलश रखे हुए भारी संख्या में कलश यात्रा में शामिल हुईं। शोभायात्रा निकाली गयी जिसमें सैकड़ों स्कूली छात्राओं सहित क्षेत्र की तमाम कन्याओं ने हिस्सा लिया। वरुण देवता की पूजा एवं स्थापना की गई। कलश यात्रा मंदिर के निकट स्थित सेवई नदी के किनारे पहुंची जहां जलीय जीवों में ईश्वर की अनुभूति करते हुये उनकी पूजा की गई। कलश में जल भरकर यज्ञशाला में लाकर वरुण देव को स्थापित किया गया। यज्ञ आचार्य वशिष्ठ नारायण चतुर्वेदी ने बताया कि यज्ञ की पूर्णता के लिए जल लाने का पौराणिक महत्व है। कलश यात्रा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि कलश सुख-समृद्धि का प्रतीक है। जो लोग कलश यात्रा में चलते हैं, सुख-समृद्धि उनका साथ कभी नहीं छोड़ती और परमात्मा की विशेष कृपा के पात्र हो जाते हैं।
डा. यादव ने बताया कि बाबा बान दईत का मंदिर केवल क्षेत्र वासियों के लिए ही नहीं, बल्कि सुदूर के कई जनपदों के लिए आस्था का केंद्र है। दूर-दूर से नवविवाहित युगल वर-वधु यहां सिंदूर चढ़ाने के लिए आते हैं। लोग अपनी मनोकामनाओं को लेकर भी यहां आते है। उन्होंने कहा कि इस मंदिर की अपने आप में धार्मिक और भौगोलिक विशेषता है जहां लोगों का विश्वास और भक्ति भावना प्रगाढ़ है। मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आचार्य अश्वमेध पांडेय, आचार्य धर्मेंद्र पांडेय, शिवकुमार त्रिपाठी, वैदिक, दिनेश पाठक, राकेश मिश्रा, प्राचार्य डॉ कुंवर सिंह यादव, मनोज यादव, राम आशीष यादव, जंत्री यादव, बाबा राजनाथ सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
मंदिर से निकाली गयी कलश यात्रा
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