संजय शुक्ला
जौनपुर। मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम के आदर्श, त्याग, सेवा आदि की कथा सुनने से मनुष्य का जीवन धन्य हो जाता है। मनुष्य को प्रभु श्रीराम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारकर उसका अनुसरण भी करना चाहिये। उक्त विचार तीन दिवसीय श्रीराम कथा एवं ज्ञानयज्ञ महोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर कथा व्यास अनिल पाण्डेय ‘मानस वत्सल्य’ ने व्यक्त किया। यह आयोजन नगर के रूहट्टा स्थित में समाजसेवी अखिलेश गुप्ता के आवास पर शुरू हुआ जो 10 जनवरी से 12 जनवरी तक चलेगा जिसके बाद हवन—पूजन के साथ प्रसाद वितरित किया जायेगा। इसके पहले कथा व्यास का समाजसेविका मीता गुप्ता एवं अखिलेश गुप्ता ने स्वागत किया। इस अवसर पर विजय नारायण गुप्ता, रोहित रंजन गुप्ता सहित समस्त लोग उपस्थित रहे।
श्रीराम का कथा सुनने से धन्य हो जाता है जीवन: मानस वत्सल्य
RELATED ARTICLES