पंकज बिन्द
महराजगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के भटपुरा स्थित बाबा परमहंस विद्यालय में चल रहे नौ दिवसीय अखिल विश्व कल्याणार्थ श्री सीताराम नाम महायज्ञ के अष्टम दिवस पर व्यास स्वामी उमादास जी महाराज ने कहा कि मर्यादा में रहने वाले के पीछे पीछे दुनिया चलती है। जो प्रभु श्रीराम के आदर्शों पर चलने का संकल्प लें उसका जीवन धन्य हो जाता है। उन्होंने कहा कि जीवन की सार्थकता के लिए अध्यात्म व धर्म का अनुसरण बहुत जरूरी है। भगवान राम का चरित्र जहां एक ओर पारिवारिक रिश्तों की अहमियत को दर्शाता है।
वहीं दूसरी ओर जाति पाती के भेदभाव को मिटाकर मानव मात्र में सौहार्द की भावना जगाता है। महान वह है जो पतित प्राणियों को पावन बनाकर समाज की मुख्य धारा मे जोड़ दें और दशरथ की आज्ञा से मर्यादा में रहकर श्रीराम 14 वर्ष वनवास करने चले गये। सुखों का परित्याग किया। राम के आदर्शों का पालन करते हुए भारतीय संस्कृति की मर्यादा का पालन करना चाहिए। धर्माचार्य स्वामी विजयानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीराम जगत कल्याण के लिए धरती पर अवतरित होकर दुष्ट राक्षसों का वध किया। इस अवसर पर आयोजक सूर्य प्रताप सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, शैलेंद्र सिंह, शेर बहादुर यादव, छोटे लाल यादव, पूर्व प्रधान सूबेदार यादव सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।