Monday, April 29, 2024
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दूसरे का उपचार करने वाला मुंंगराबादशाहपुर पीएचसी स्वयं हुआ बीमार

  • पीएचसी का हाल बेहाल, डाक्टर सरकारी एवं इलाज प्राइवेट
  • शासनादेश को ताख पर रख चिकित्साधिकारी मरीजों को थमा रहे बाहरी मेडिकल स्टोर की दवा की पर्ची

अमित शुक्ला
मुंगराबादशाहपुर, जौनपुर। प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ के सख्त तेवर और शासनादेश के अनुपालन में जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कड़े निर्देश के बावजूद मुंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सरकारी डाक्टर प्राइवेट इलाज का सिस्टम बदस्तूर जारी है। हालात इस कदर बिगड़ गए है कि चिकित्सालय पर आने वाले मरीजों को चिकित्सालय पर मिलने वाली जन औषधियों की बजाय चिकित्सक मरीजों को बाहरी मेडिकल स्टोर पर बिकने वाली महंगी दवाओं की पर्ची थमा रहे हैं जिसके एमआर द्वारा उन्हें अच्छा कमीशन मिलता है।
बताते हैं कि मुंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 राजेश कुमार जबसे इस पीएचसी पर तैनात हुए है तभी से तीन जिलों की सीमा पर स्थित यह अति महत्वपूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की दुर्व्यवस्था परिचायक बन गया है। बताया जाता है कि मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 लक्ष्मी सिंह की कृपा दृष्टि प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 राजेश कुमार पर इस कदर बढ़ गई है कि लाख शिकायतों के बाद भी किसी कार्यवाही की तो बात छोड़िए, चिकित्साधिकारी को जैसे अभयदान मिल गया हो। सीएमओ द्वारा मिले, इसी अभयदान के कारण मुंगराबादशाहपुर पीएचसी की व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो गयी है जो सम्भाले नहीं सम्भल रही है। ऐसी स्थिति में सीएमओ साहब द्वारा उन्हीं कृपापात्र चिकित्साधिकारी को सीएचसी सतहरिया का भी अतिरिक्त दायित्व सौंप दिया गया है।
बताया जाता है कि मुंंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 राजेश कुमार के सरकारी आवास पर उनके कथित रिस्तेदारों ने अपना डेरा डाल दिया है। इतना ही नहीं, प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 राजेश कुमार की मौजूदगी में उपचार हेतु उनके सरकारी आवास पर आने वाले मरीजों से उनके कथित रिस्तेदारों द्वारा खुले आम फीस के नाम पर पैसों की मांग की जाती है जिसकी देखा-देखी में अन्य स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा भी मरीजों से मनमानी धनउगाही की जाती है जिसकी शिकायत दर्ज कराने के बाद भी प्रभारी चिकित्साधिकारी धन उगाही करने वाले कर्मचारी के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने में अपने को असहाय महसूस करते हैं।
मुंंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था पर यदि एक नजर डालें तो पता चलता है कि स्वास्थ्य केन्द्र के ओपीडी में निर्धारित समय पर जहां चिकित्सक उपस्थित नहीं होते वहीं स्वास्थ्य कर्मियों की मनमानी वसूली परवान चढ़ रही हैं। सूत्रों की मानें तो मुंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कुछ जिम्मेदार स्वास्थ्य कर्मी ड्यूटी के दौरान भी नशे में चूर होकर मरीजों के जीवन के साथ खिलवाड़ करते हुए देखे गए हैं जिसका यदि किसी उच्च सक्षम प्रशासनिक अधिकारी द्वारा औचक निरीक्षण किया जाए तो ऐसे स्वास्थ्य कर्मियों पर प्रशासनिक गाज गिरना लगभग तय है। सूत्रों द्वारा दी गयी जानकारी कहां तक सत्य है, यह तो जाँच के बाद ही सामने आएगी लेकिन मुंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की व्यवस्था जहां दिन—प्रतिदिन लड़खड़ाती जा रही है। वहीं सरकारी डाक्टरो द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आने वाले मरीजों के साथ प्राइवेट उपचार का खेल बेखौफ होकर खेला जा रहा है। बताया तो यहां तक जाता है कि यदि किसी मरीज के सहयोगी द्वारा इसका विरोध किया गया तो उसे एससी-एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी देकर उसे चुप रहने के लिए मजबूर कर दिया जाता है। क्षेत्रीय प्रबुद्ध जनों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल किसी सक्षम प्रशासनिक अधिकारी से इसकी जाँच कराते हुए त्वरित कार्यवाही करने की मांग की है।

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