विरेन्द्र यादव/अजय विश्वकर्मा
सिद्दीकपुर, जौनपुर। उमानाथ सिंह स्वशासित राज्य चिकित्सा महाविद्यालय का एनएमसी की टीम ने निरीक्षण किया जहां संसाधनों की जायजा लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस दौरान काफी खामियां मिलने का मामला भी सामने आया जिस पर टीम ने नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार लाने की नसीहत दी।
जानकारी के अनुसार राज्य चिकित्सा महाविद्यालय एनएमसी की 3 सदस्यीय टीम निरीक्षण करने आई जिसमें डॉ नीतू अरोरा, डॉ विश्व चंद शामिल रहे। इस दौरान टीम ने शैक्षिक संस्थान, रिसर्च लाइब्रेरी, म्यूजियम, बायोकेमिस्ट्री, लैब ऑफिस, हिस्ट्री लैब, मेडिकल लैब, फार्मोकोलॉजी, डासेक्शन हॉल, वॉशिंग एरिया, कुल्ड स्टोर का निरीक्षण किया जिसमें रख—रखाव को लेकर उन्होंने सवाल भी किये लेकिन मौजूद चिकित्सक जवाब नहीं दे सके। उन्होंने रख—रखाव सहित अन्य व्यवस्थाओं पर चिंता जाहिर की। साथ ही चिकित्सकों के बारे में विवरण लिया।
साथ ही दवाओं के वितरण रजिस्टर, पैथोलॉजी सामग्री के बारे में भी जानकारी ली। इसके साथ गर्ल हॉस्टल पहुंचे जहां की दुर्दशा देखकर नाराजगी जाहिर की। बॉयज हॉस्टल, टाइप 4 बिल्डिंग को भी देखा एवं सबके बारे में पूछताछ किया। सभी में कुछ न कुछ सुधार करने के साथ दवाओं के रख—रखाव के बारे में दिशा निर्देश दिया। इस दौरान प्रिंसिपल डा. शिवकुमार, वाइस प्रिंसिपल रुचिरा सेठी मौजूद रहीं।
- चिकित्सक की कार ने एनएमसी टीम की कार को मारी टक्कर
उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय में एनएमसी की टीम निरीक्षण करने के लिए आई। एनएमसी टीम की इनोवा कार बाहर मेडिकल परिसर में खड़ी कर दी और निरीक्षण करने चली गई। इसी दौरान एक महिला चिकित्सक कार से आई और एनएमसी टीम की इनोवा कार में जोरदार टक्कर मार दी जिससे इनोवा कार के कुछ हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए। हालांकि महिला चिकित्सक ने खेद प्रकट करते हुये कहा कि यह गलती से हुआ। वहां मौजूद अन्य चिकित्सकों ने भी बचाव किया।