Sunday, April 28, 2024
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पूरी दुनिया के लोग हिन्दी सीखने को लालायित: डा. यदुवंशी

  • विश्व हिन्दी दिवस पर जौनपुर के हिन्दी प्रेमियों ने की संगोष्ठी

जौनपुर। विश्व हिन्दी दिवस पर बुधवार को नगर के सिविल लाइन के पास स्थित एक होटल में संगोष्ठी का आयोजन हुआ जहां बतौर मुख्य अतिथि शिक्षाविद् व अन्तरराष्ट्रीय साहित्यकार डॉ ब्रजेश यदुवंशी ने कहा कि भारत में ही नहीं, बल्कि फिलीपींस, मॉरिशस, नेपाल, सूरीनाम, फिजी, तिब्बत, त्रिनिदाद और पाकिस्तान में भी हिंदी बोली जाती है। व्यापार की दृष्टि से पूरे विश्व के लोग हिंदी सीख रहे हैं और सीखने के लिए लालायित भी हैं। यह दिन दुनिया भर में मौजूद भारत भाषियों को एक सूत्र में पिरोने का भी दिन है। डॉ यदुवंशी ने आगे कहा कि नागपुर में 10 जनवरी 1975 को सबसे पहला विश्व हिंदी सम्मेलन हुआ था जिसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधि शामिल हुए थे।

इसी तिथि को विश्व हिंदी दिवस के रूप में औपचारिक रूप से मनाने की घोषणा वर्ष 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री ने की थी। विश्व हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य पर उन्होंने प्रकाश डाला कि हिंदी भाषा को दुनिया भर में पहुंचाने के मकसद से इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी। इस दिन को भारतीय दूतावासों में भी धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजा श्रीकृष्ण दत्त स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ देवेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि आज का दिन हिंदी भाषियों एवं भारत के लिए महोत्सव से कम नहीं है। इस अवसर पर शैलेंद्र सिंह, अमर सिंह, अनिल केशरी, रोहित यादव, सचिन यादव, संदीप प्रजापति, विकास सिंह, सूबेदार मेजर जमालुद्दीन, नीरज सिंह, फैयाज, गोविंदा मिश्रा, रमन सिंह, जयसिंह यादव, प्रधानाध्यापक श्रीकांत यादव, संतोष मिश्रा, संदीप सिंह, केडी सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रबंध निदेशक कृष्ण मुरारी मिश्रा ने किया।

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