- बिना रिंग बनाये पुरानी घटिया सरिया डालकर बीम की हो रही ढलाई
विरेन्द्र यादव/अजय विश्वकर्मा
सिद्दीकपुर, जौनपुर। उमानाथ सिंह राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के निर्माण कार्यो में गुणवत्ता से खिलवाड़ किया जा रहा है। बिना रिंग बनाए पुरानी सरिया डाल कर सीधे ढलाई की जा रही है। घटिया स्तर के सामग्री इस्तेमाल किया जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेज निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार को लेकर आधा दर्जन निर्माण एजेंसी के जिम्मेदारों पर मामला दर्ज हुए ज्यादा दिन नहीं बीते लेकिन अभी भ्रष्टाचार रुक नहीं रहा है जिसमें कोई रिंग नहीं बनाया गया। कोई सांचा नहीं बनाया गया सीधे कंक्रीट व घटिया स्तर का सीमेंट व बालू लगाकर उसमें सीधे पुरानी लोकल सरिया डालकर ढलाई की जा रही है।
मामले की जानकारी होने पर काम का ठीकरा कारीगरों पर मिस्त्री पर मजदूरों पर फोड़ दिया गया। सूत्रों की मानें तो अधिकतर बिल्डिंगों में इसी तरह के सामग्री का प्रयोग किया गया है जबकि कागजों में उसका भी कार्य योजना दिखाई गई है। अगर इसी तरह के बीम ढलते रहे तो कभी भी गिर सकते हैं। इसके पहले भी मेडिकल कॉलेज का निर्माण ढलाई के एक माह बाद कुछ हिसा गिरा था जिस पर घटिया समाग्री से निर्माण कराने का खुलासा हुआ था। मामले पर निर्माण एजेंसी की खूब किरकिरी हुई थी। इस तरह की घटिया सामग्री का प्रयोग कई भवनों में प्रयोग किए जा रहे हैं जो रूकने का नाम नहीं ले रहा है।
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इस बाबत पूछे जाने पर आरके सिंह रीजनल इंजीनियर राजकीय निर्माण निगम मेडिकल कॉलेज जौनपुर ने बताया कि वह बीम हल्की थी, इसलिए उसमें बिना रिंग बनाए सीधे सरिया डाल दी गई है और वह नियम के खिलाफ नहीं है। उस पर लोड नहीं रहेगा, इसलिए एक सरिया की ढलाई कराई गई है। हालांकि कहीं—कहीं श्रमिक लापरवाही करते हैं लेकिन ध्यान देकर उसमें सुधार किया जाता है।