Sunday, April 28, 2024
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भूखे पेट क्रान्ति नहीं होती: संविदा कर्मी

  • वेतन व अव्यवस्था को लेकर कर्मियों ने जताया आक्रोश

अजय पाण्डेय
जौनपुर। उत्तर प्रदेश पॉवर कार्पोरेशन लिमिटेड के पुराने संविदा कर्मियों का शोषण हो रहा है। मामला सामने आया तो सभी पुराने संविदा कर्मी एकजुट होकर अधिशासी अभियंता (तृतीय) रामाधार के समक्ष उपस्थित होकर अपनी व्यथा सुनाई परन्तु बदले में वही पुराने तरह से पुनः 5 दिन में सभी कार्य करने का आश्वासन देकर उन्हें चलता कर दिया गया। पूछे जाने पर संविदा कर्मियों ने बताया कि मार्च २०२३ से आज तक हम लोगों को तनख्वाह नहीं दिया जा रहा है और जनवरी २०२३ से न ही हमारे ईपीएफ जमा किया जा रहा है। इस प्रकार भूखे पेट क्रांति नहीं होती है। हमारे हाथों टूटी—फूटी अव्यवस्थित सुरक्षा उपकरण देकर हमसे ११००० और ३३००० वोल्टेज का कार्य कराया जाता है। जो एक जोड़ी दस्ताने हमको दिए जाते हैं, वह भी खराब और फटे पुराने हो चुके हैं। उस एक जोड़ी दस्ताने को एक—एक हाथ का दस्ताना दो गैंग को देकर काम कराया जाता है जिससे कई बार संविदा कर्मियों को हवाई करेंट लग चुका है। उनकी पीड़ा यह है कि हम सभी आंधी, तूफान, बारिश, गर्मी हर परिस्थितियों में काम करते हैं परन्तु उसका खयाल हमारे विभाग के लोग नहीं करते।
सूत्रों के अनुसार पुराने कर्मियों से दिन—रात काम लिया जा रहा है। यहां तक कि किसी भी दिन या किसी भी त्योहार में भी सब स्टेशन छोड़ने की अनुमति नहीं है लेकिन उनकी तनख्वाह, ईपीएफ सिर्फ आश्वासन है। आज होगा तो कल तक होगा। कर्मियों ने कहा कि हम सभी पुराने संविदाकर्मी एकजुट होकर आज संकल्प लेते हैं कि हम सभी मुख्यालय छोड़कर कभी भी दूसरे जगह कार्य करने नहीं जायेंगे और यदि हम सभी के साथ उचित निर्णय अधिकारियों ने लेकर हम सभी संविदा कर्मियों के तनख्वाह, ईपीएफ दिलाया तो हम सभी अपना अपना कार्य करते रहेंगे, अन्यथा हम सभी एकजुट होकर काम बन्द कर देंगे और साहुहिक रूप से इस्तीफा देकर चले जायेंगे। इस मौके पर संतराम, कुमार मुन्ना, नारायण दास, जमील खान, कुंदन, सतीश सिंह, आशुतोष दुबे, आशीष कुमार, अनिल गुप्त सहित तमाम संविदाकर्मी उपस्थित रहे।

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