जौनपुर। विश्व मानवाधिकार दिवस पर हिन्दुस्तान मानवाधिकार संस्था द्वारा जिला कैम्प कार्यालय में “भ्रष्टाचार मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बड़ा कारण” शीर्षक पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें हिंदुस्तान मानवाधिकार संस्था के सदस्य एवं कई समाजसेवी भी उपस्थित हुए। हिन्दुस्तान मानवाधिकार संस्था के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश महासचिव वकार हुसैन ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सन 1948 से प्रत्येक वर्ष सारी दुनिया में 10 दिसम्बर को विश्व मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है परन्तु 75 वर्षों से निरंतर जागरूकता के अथक प्रयास के बावजूद मानवाधिकार उल्लंघनों में कोई कमी नहीं हो रही है। अफसोस तो यह है कि जिस पुलिस के जिम्मे मानवाधिकारों की सुरक्षा की सबसे अधिक जिम्मेदारी सौंपी गई है वहीं सबसे अधिक मानवाधिकारों का उल्लंघन करती देखी जा रही है जो खुलेआम लोगों को गालियां देती है। थप्पड़ मारती है।
लाठियां बरसाती है। झूठे मुकदमों में जेल भेज दिया करती है। बिना पैसा लिये किसी के विषय में कुछ लिखने को तैयार नहीं होती है। साथ ही साथ आम लोगों के लिये खौफ व दहशत का पर्याय बनी रहती है। श्री हुसैन ने कहा कि मानवाधिकारों के उल्लंघन का सबसे बड़ा कारण हर तरफ फैला हुआ भ्रष्टाचार है जिसे विकास खण्ड से विकास भवन और सचिवालय तक देखा जा सकता है। अफसोस कि लोगों को अपने जायज़ और मूलभूत अधिकारों के लिये भी मुंह मांगा धन देने को विवश होना पड़ता है। श्री हुसैन ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं एवं अन्य संस्था के सामाजिक कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपने अपने स्तर से मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रहें। लोगों की पीड़ाएं और उनकी आवाज़ को प्रदेश और देश के शीर्ष अधिकारियों तक पहुंचायें।