- माघ मेला में त्रिवेणी संगम तट पर संगीतमय श्रीराम कथा का हुआ आयोजन
शुभांशू जायसवाल/विपिन सैनी
प्रयागराज। माघ मेला में त्रिवेणी संगम तट पर चल रहे संगीतमय श्रीराम कथा में महाराष्ट्र से पधारे कथावाचक राममोहन महराज जी ने कथा प्रवचन के दौरान श्रोताओं को बताया कि मानवता की सेवा रक्षा करना ही सबसे बड़ा धर्म है जो सभी धर्मों में श्रेष्ठ है। दीन दुखियों की सेवा, भूखे को भोजन, असहाय पीड़ितों का उपचार कर सहायता करना, गरीब, अनाथ, बहन बेटियों की शादियों में मदद सहयोग कर विवाह कराना चाहिए। ऐसे ही धर्मप्रिय कार्य करने से धर्म पथ मार्ग पर सत्कर्म करने वाले भक्तों पर परमात्मा की कृपा दृष्टि सदैव बनी रहती है। उनके जीवन में दुख कठिनाई कभी नहीं आती। राममोहन महराज जी ने श्रीराम विवाह गीत चारों दुलहा में बड़का कमाल सखियां, कान्हा की दीवानी बन जाऊंगी, दुनिया में देव हजारों हैं बजरंग बली का क्या कहना… प्रस्तुत कर पंडाल में मौजूद हजारों भक्तों को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर मुख्य यजमान शिव दत्त पाण्डेय, कुलदीप पाण्डेय, रामेश्वर प्रसाद त्रिपाठी, आलोक पाण्डेय, केके पाण्डेय, सीएम मिश्रा, प्रवीन पंडा, राजेंद्र साहू, मणिशंकर पाण्डेय, राज सैनी, चिंतामणि मिश्र, अंशू समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।