Monday, April 29, 2024
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श्रीकृष्ण की बाल लीला का बखान सुन भाव—विभोर हुये श्रोतागण

पंकज बिन्द
महाराजगंज, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के ग्रामसभा कठार में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के 5वें दिन कथा व्यास चंदन कृष्ण शास्त्री ने कृष्ण बाल लीलाओं और गोवर्धन पूजन का वर्णन किया। नटखट कन्हैया की बाल लीला व वर्णन सुनकर दर्शक भाव विभोर हो गये। जय श्रीकृष्ण की जयघोष से कथा पंडाल गूंजायमन हो उठा।

कथा व्यास चंदन कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराते हुए कहा कि जब श्री कृष्णा पहली बार घर से बाहर निकले तो उनकी बृज से बाहर मित्र मंडली बन गई। श्रीकृष्ण माखन लेकर बाहर आ जाते और सभी मित्रों के साथ बांटकर खाते थे। भगवान बोले कि जिसके यहां चोरी की हो उसके यहां द्वार पर बैठकर माखन खाने में आनंद आता है। माखन चोरी कि लीला का बखान करते हुए उन्होंने भगवान कृष्ण के बाल रूप का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान के बचपन में नटखट थे।

भगवान श्रीकृष्णा पृथ्वी पर धर्म और सत्य की पुनः स्थापना के लिए द्वापर युग में अवतार लिया था।उन्होंने बाल अवस्था में ही कालिया नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया। पुतना बकासुर आदि मायावी शक्तियों का अंत किया जिस प्रकार गोवर्धन पर्वत को उठाकर भगवान श्रीकृष्ण इंद्रदेव के कोप से गोकुल वासियों की रक्षा की थी। कैसे बाल गोपाल ने अपनी अटखेलियों से अपने बाल स्वभाव के तहत मंद मुस्कान व तुतलाती भाषा से सबका मन मोह रखा था। नटखट कन्हैया ने बालपन में अनेक लीलाएं किया। कभी माखन चोरी तो कभी असुरों का संहार किया।

इस अवसर पर पूर्व प्रधान राम बहादुर सिंह, शिव बहादुर सिंह, ग्राम प्रधान अवनीश सिंह, अमित सिंह, रंजन सिंह, माता प्रसाद सिंह, शिवशंकर, मंगला प्रसाद, रजनीश सिंह, राजन सिंह, आयुष सिंह, देव बाबू सिंह सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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