- सुबह से लगा रहा अधिकारियों व कर्मचारियों का तांता
- कोल्हापुर ईचलकरंजी के उद्योगपतियों ने भी कार्यक्रम में की शिरकत
विनोद कुमार
केराकत, जौनपुर। महाराष्ट्र के प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी रवि प्रेमनाथ उपाध्याय द्वारा अपनी माता स्व. आशा प्रेमचंद उपाध्याय की स्मृति में बनाए गए कुसरना भव्य गेट का जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बुधवार को फीता कटकर लोकार्पण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने उद्योगपति व समाजसेवी रवि प्रेमनाथ उपाध्याय द्वारा गांव में अपनी निजी पैसे से अपनी माता के नाम से स्मृति प्रवेश द्वार बनाने की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि शासन प्रशासन के संसाधन की कमी रहती है ऐसे में कोई समाजसेवी गांव का विकास कर गांव को सवारने व सजाने का काम करता है तो वह निश्चित ही काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि समाज व गरीब हित में किया गया कार्य बेकार नहीं जाता है। जिलाधिकारी ने रवि प्रेमनाथ उपाध्याय के आवास परिसर में वृक्षारोपण करते हुए बताया कि वृक्षों का जीवन में बड़ा महत्व होता है। वृक्ष से जहां हमें स्वच्छ हवा और प्राण वायु मिलती है तो वहीं पर्यावरण संतुलित होता है। उन्होंने बताया कि इस समय बारिश का मौसम चल रहा है और इस मौसम में हम सभी को पर्यावरण को संतुलित बनाने के लिए वृक्षारोपण करने के साथ ही उनको संरक्षण करने का संकल्प भी लेना चाहिए जिससे वृक्षारोपण का उद्देश पूरा हो सके। इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी सीलम साई तेजा, पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा, उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी नंदलाल कुमार, सहायक सचिव जयेश यादव, नवनीत, शिवकुमार, संजय यादव, आसिफ अंसारी, मटरू राम समेत भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
- उद्योगपतियों से मिल डीएम ने जनपद में उद्योग लगाने पर की चर्चा
भव्य गेट लोकार्पण कार्यक्रम में महाराष्ट्र प्रदेश के कोल्हापुर जिले के ईचलकरंजी से चलकर कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उद्योगपतियों से जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी मिल उत्तर प्रदेश द्वारा चलाई जा रही टैक्सटाइल्स पॉलिसी के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि इस समय उत्तर प्रदेश की व्यापार पॉलिसी भारत के किसी भी राज्यों से बेहतर है लिहाजा जौनपुर में आकर व्यापार करने की अपील की। जिस पर इचलकरंजी से आए हुए व्यापारियों ने सहमति जताते हुए जल्द से जल्द विचार कर के अवगत कराने की बात को कही। इस दौरान रवि प्रेमनाथ उपाध्याय द्वारा नियोजित टैक्सटाइल पार्क जो 50 एकड़ में लगेगी इस बारे में भी उन्होंने व्यापारियों को बताया जिसपर व्यापारियों अपनी सहमती जताते हुए आगे विचार करने की बात कही। इचलकरंजी से आए हुए व्यापारियों ने अपनी यात्रा को धार्मिक सद्भावना का रंग दिया।