Sunday, April 28, 2024
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उच्च शिक्षा नीति मंथन के संदेश से शिक्षा की गुणवत्ता सुधरेगी: कुलपति

जौनपुर। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उच्च शिक्षा नीति मंथन का शनिवार को आयोजन हुआ। आयोजन का मुख्य उद्देश्य वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी पर आधारित था। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश आध्यात्मिक, दार्शनिक प्रदेश है। भारत ने वैश्विक मंच पर विश्व का नेतृत्व किया है। ज्ञान जहां से भी आए उनके लिए हमें अपने द्वार खुले रखने चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 हमें पुरातन शिक्षा की याद दिलाती है। विश्वविद्यालय शोध और नवाचार के क्षेत्र में मानक गढ़े, ताकि हम विश्व की बड़ी ताकत बन सके। इन्हीं पहलुओं पर इस मंथन का आयोजन।
इस मंथन में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य और कुलसचिव महेंद्र कुमार के अतिरिक्त विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव ने भी प्रतिभाग किया। विश्वविद्यालय के शिक्षाविदों के साथ मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा समेत मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार प्रोफेसर डीपी सिंह भी शामिल थे।
मंथन में प्रतिभाग के बाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. निर्मला एस मौर्य ने कहा कि उच्च शिक्षा नीति मंथन में शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई जो कि शिक्षा की गुणवत्ता को बनाने के काम आएगी। साथ ही हमारे शिक्षक और विद्यार्थी दोनों को इससे लाभ मिलेगा। इसी के मद्देनजर इन सुझाव और विचारों को विश्वविद्यालय में लागू भी किया जाएगा, ताकि शिक्षा, शोध और नवाचार को गुणवत्तायुक्त बनाया जा सके।

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