Monday, April 29, 2024
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शोध के क्षेत्र में विशेष ध्यान दे पूविवि: राज्यपाल

  • चुनौतियों से निबटने के लिये जल सुरक्षा जरूरी: डा. राजेन्द्र
  • 80 विद्यार्थियों को मिला 81 गोल्ड मेडल
  • पूविवि में मनाया गया 27वां दीक्षान्त समारोह

सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में विश्वविद्यालय का 27वां दीक्षांत समारोह मनाया गया। इस मौके पर कुलाधिपति/राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल ने सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले स्नातक एवं स्नातकोत्तर मेधावियों को 81 स्वर्ण पदक प्रदान किया। राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती पटेल ने विश्वविद्यालयों में शिक्षा की सुचिता पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षक नियमित क्लास लें।

विश्वविद्यालयों में जब प्रवेश, परीक्षा और परीक्षाफल की तिथि निर्धारित हो जाएगी तो शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जाएगी। महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि विवि में 73 फीसदी लड़कियां और 27 फीसदी लड़के गोल्ड मेडल पाएं हैं। इससे साबित होता है कि महिलाएं पुरुषों से आगे हैं। मैंने उत्तर प्रदेश में 9 विश्वविद्यालयों की कुलपति महिलाओं को बनाया। शोध के क्षेत्र में हमें विशेष जोर देने की जरूरत है। पेटेंट न होने के कारण विश्व के अन्य देश हमसे आगे हो जा रहे हैं। उन्होंने जर्मनी को उदाहरण देते हुए कहा कि वहां गर्भवती माताओं को शिक्षा दी जाती है, ताकि उसका बच्चा पैदा होने के बाद शिक्षित और संस्कारित बने। इस काम का प्रमाण हमारे यहां महाभारत काल का अभिमन्यु है।

दीक्षांत उद्बोधन में मुख्य अतिथि पीपल्स वर्ल्ड कमीशन ऑन डाउट एंड फ्लड, स्वीडन एवं तरुण भारत संघ राजस्थान के चेयरमैन जल पुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह ने शिक्षा और विद्या के अंतर को समझाते हुए कहा कि शिक्षा पढ़ाई से होती और विद्या खुद लेनी पड़ती है। शिक्षा को विद्या नीति की ओर ले जाने की जरूरत है। वैश्विक रूप से हमारे समक्ष अनेक पर्यावरण संबंधी समस्याएं परिलक्षित हो रही हैं। इन समस्याओं का मुख्य कारण विकास की होड़ में प्रकृति की अनदेखी एवं पर्यावरणीय असंतुलन है। धरती का पेट तेजी से खाली हो रहा है। जल, जीवन और जमीन तीनों पर खतरा मंडरा रहा है। ज्ञान-विज्ञान, सेवा और सद्भावना की जो विद्या इन युवाओं ने इस विश्वविद्यालय में ग्रहण की है, उसे जीवन में उतारकर व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक जीवन को समृद्ध एवं राष्ट्र के लिए सकारात्मक और सृजनात्मक योगदान करें।

उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अच्छा इंसान बनने का संकल्प लेना होगा जिससे वह अपने घर परिवार के साथ समाज की भी जिम्मेदारियों को निभा सके। विद्यार्थियों की सेवा और प्रेम उन्हें पूर्ण बनाता है। ऐसे लोग अपनी क्षमता और कौशल से देश को मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र उसके ब्रांड अबेसडर होते हैं। पूविवि की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने मुख्य अतिथि, राज्यपाल सहित अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों को बिन्दुवार बताया। साथ ही कहा कि विश्वविद्यालय के लिये मेरे मन मस्तिष्क में एक संकल्प है। इसे चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वित करना मेरी प्राथमिकता है। दीक्षांत समारोह की शुरुआत में शोभायात्रा निकाली गयी जिसका नेतृत्व कुलसचिव महेंद्र कुमार ने किया। शोभायात्रा में अतिथियों के साथ कार्य परिषद् एवं विद्या परिषद के सदस्य शामिल हुये। दीक्षांत समारोह का संचालन डॉ. मनोज मिश्र ने किया। इसके पहले जल भरो कार्यक्रम जल भरो गीत के साथ किया गया।

इस अवसर राज्यसभा सदस्य सीमा द्विवेदी, एमएलसी बृजेश सिंह, विधायक डा. रागिनी सोनकर, पूर्व विधायक सुरेंद्र प्रताप सिंह, प्रो. पंकज एल जानी, प्रो. बीबी तिवारी, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. अजय प्रताप सिंह, डॉ. जगदीश सिंह दीक्षित, प्रो. रणंजय सिंह, प्रो. शम्भू राम चौहान, प्रो. श्रीश सिंह, डॉ. राजेश सिंह, प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, डॉ. अवधेश नारायण राय, डॉ सत्य प्रकाश, प्रो. राजेश शर्मा, वित्त अधिकारी उमाशंकर, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, डा. विजय सिंह, डा. राहुल सिंह, प्रो. एके श्रीवास्तव, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. राम नारायण, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. बीडी शर्मा, डा. संदीप सिंह, डा. प्रदीप कुमार, डा. मनीष गुप्ता, पूर्व एनएसएस समन्वयक प्रो. राकेश यादव, रोवर्स रेंजर्स डा. जगदेव, डा. विजय तिवारी, डा. संतोष कुमार, डा. सुनील कुमार, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. ऋषिकेस, डॉ. अनु त्यागी, डा. जाह्नवी श्रीवास्तव, डा. अमरेंद्र सिंह, डा. आशुतोष सिंह, कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नन्द किशोर, महामंत्री रमेश यादव, डॉ. अमित वत्स, उप कुलसचिव अमृत लाल, एआर अजीत सिंह, बबिता सिंह, दीपक सिंह सहित तमाम शिक्षक, कर्मचारी आदि मौजूद रहे।

  • गतिमान पत्रिका का हुआ लोकार्पण

पूविवि के 27वें दीक्षांत समारोह में गतिमान वार्षिक पत्रिका का विमोचन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। इस पत्रिका में विवि के वर्ष भर की गतिविधियां स्वर्ण पदक धारकों की सूची, अतिथियों का परिचय समेत विवि की विविध गतिविधियों को बड़े आकर्षण ढंग से प्रकाशित किया गया है। विमोचन अवसर पर कुलपति, दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि, प्रधान संपादक डॉ. मनोज मिश्र, संपादक डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, सम्पादन मण्डल में प्रो. अजय द्विवेदी, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. नितेश जायसवाल, डॉ लक्ष्मी मौर्य आदि मौजूद रहे।

  • जल संरक्षण एवं सम्वर्धन के लिये हुआ एमओयू

पीपल्स वर्ल्ड कमीशन ऑन ड्राउट एंड फ्लड, स्वीडन एवं तरुण भारत संघ, राजस्थान के चेयरमैन जल पुरुष डॉ. राजेंद्र सिंह और वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने महंत अवेद्यनाथ संगोष्ठी भवन में जल संरक्षण एवं सम्वर्धन हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किया।

  • बच्चों को राज्यपाल के हाथों मिला उपहार

समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कक्षा 5 से 8 तक पढने वाले बच्चों को स्कूल बैग, फल, जमेटरी बाक्स, महापुरुषों पर प्रकाशित पुस्तकें आदि प्रदान किया। साथ ही विवि द्वारा गोद लिए गए कुकुड़ीपुर, देवकली, सुल्तानपुर एवं जासोपुर गांव में आयोजित खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले चार बच्चों को भी दीक्षांत समारोह राज्यपाल के हाथों पुरस्कार मिला।

  • 80 मेधावियों को मिला 81 स्वर्ण पदक

समारोह में प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 80 मेधावियों को प्रथम प्रयास में अपने विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर 81 स्वर्ण पदक प्रदान किया। स्नातक स्तर पर 23 एवं परास्नातक स्तर पर 58 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक मिला।

  • 222 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि

दीक्षांत समारोह में 222 शोधार्थियों को मिली पीएच.डी. की उपाधि मिली। इसमें 144 कला संकाय में, विज्ञान संकाय में 22, कृषि संकाय में 5, शिक्षा संकाय में 34, विधि संकाय में 4, इंजीनियरिंग संकाय में 1, वाणिज्य संकाय में 9, प्रबन्ध संकाय में 2, अनुप्रयुक्त समाज विज्ञान एवं मानविकी संकाय में 1 शोधार्थियों को उपाधि मिली।

  • राज्यपाल ने 10 आंगनवाड़ी केन्द्रों को दिया किट

दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने गोद लिए गए गांव सहित अन्य जगह स्थापित दस आंगनबाड़ी केंद्रों पर ट्राइसिकल, झूला, स्टोरी बुक, व्हाइट बोर्ड, कुर्सी समेत कुल 77 सामान की किट वितरित की गई।

  • बटन दबाते ही डीजी लॉकर में अपलोड हुईं डिग्रियां

दीक्षांत समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल ने आईपैड का बटन दबाकर 2022-23 की स्नातक और स्नातकोत्तर की एक लाख 62 हजार 687 डिग्रियों को डिजी लॉकर में अपलोड करने का शुभारंभ किया। विद्यार्थियों को इससे डिजीटल डिग्री आसानी से मिल जायेगी।

  • हैलीपेड पर कुलपति समेत तमाम अधिकारियों ने किया स्वागत

पूर्वांचल विश्वविद्यालय के हैलीपैड पर राज्यपाल सुबह पहुंची। इस दौरान विवि की कुलपति प्रो. वंदना सिंह, जिलाधिकारी अनुज झॉ, पुलिस अधीक्षक डॉ अजय पाल शर्मा, रजिस्ट्रार महेंद्र कुमार समेत कई अधिकारियों ने पुष्प भेंट किया।

  • अटल बिहारी वाजपेयी ग्रामीण विकास संस्थान का हुआ उद्घाटन

दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने आए डॉ राजेंद्र सिंह ने दीक्षांत समारोह के पहले पूविवि परिसर में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ग्रामीण विकास संस्थान का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कुलपति, कुलसचिव, वित्त अधिकारी, प्रो. मानस पांडेय, डॉ सुनील कुमार, डॉ. श्याम कन्हैया सिंह, अमित वत्स आदि उपस्थित थे।

 

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