पंकज बिन्द
महराजगंज, जौनपुर। अखिल विश्व कल्याणार्थ श्री सीता राम महायज्ञ व संगीत मई कथा के चौथे दिन चरियाही में बाल लीला, विश्वामित्र प्रसंग, अहिल्या उद्धार प्रसंग को स्वामी उमादास जी महाराज ने भक्तों को बहुत विस्तार से मार्मिक कथा प्रवचन सुनाया। अहिल्या किस कारण से पत्थर के रूप में परिवर्तित हुई और प्रभु श्रीराम के पैर रखते ही पत्थर से पुनः महिला के रूप में परिवर्तित हो जाने तक का बड़ा ही मार्मिक भाव में उमा दास जी महाराज ने भक्तजनों को कथा सुनाया जिससे सभी भक्त भाव—विभोर हो गए और सीताराम की जय जयकार करने लगे। श्रीराम की बाल अवस्था का बड़ा ही मनमोहक वर्णन किये। उसके बाद आरती और प्रसाद वितरण भी किया गया। सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर उमाशंकर यादव, लालजी यादव, जयसिंह यादव, लल्लू, लाल साहब, राजधारी यादव, अशोक चतुर्वेदी, राधे राम, छोटे लाल, तीर्थराज मेजर, ओम प्रकाश, राजनाथ, अरुण यादव, रमेश पटेल, अवधेश यादव, दिग्विजय, अंबुज, पंकज, अरुण, आशुतोष, पवन चतुर्वेदी, आशुतोष सहित सैकड़ों लोग रहे।
जब श्रीराम के चरण स्पर्श अहिल्या को मिला जीवन से: उमादास
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