जौनपुर। प्रयागराज की फूलपुर थाना क्षेत्र के सोइराई बरिस्ता की निवासी रवि प्रकाश उपाध्याय की पत्नी अंकिता उपाध्याय के मुताबिक बीते 15 अगस्त को वह अपने पति रवि प्रकाश के साथ ग्वालियर के एक स्कूल में पढ़ रहे अपने बच्चों से मिलने गयी थी। बच्चों से मिलकर वह दोनों वापस घर लौट रहे थे कि रास्ते में ग्वालियर के उरवाई गेट चौराहे के पास शाहगंज पुलिस एक सफेद रंग की अर्टिका कार से पहुंच गई और जबरन उसके पति रवि प्रकाश को पकड़कर ले गई। पुलिस के पास पति को ग्वालियर से गिरफ्तार करने का कोई भी वारंट नहीं था और शाहगंज पुलिस ने नजदीकी थाना बहोड़ापुर ग्वालियर पुलिस को भी कोई सूचना नहीं दी थी।
जाते समय एक दरोगा ने अपना नाम मनोज पाण्डेय बताया और पति को छोड़ने के एवज में रूपयों की मांग की। उस समय मेरे पास पैसे नहीं थे तो उन्होंने अपना मोबाईल नम्बर दिया और पैसे पहुंचाने को कहते हुए पति को उठा ले गये। आरोप यह भी है कि दरोगा ने 3 दिन तक खूब धमकाया और रूपयों की मांग करता रहा। जब रूपया नहीं मिला तो 3 दिन बाद मनगढ़ंत कहानी बनाकर मड़ियाहूं से गिरफ्तारी दिखाकर पति को जेल भेज दिया। इतना ही नहीं, पैसा न मिलने से गुस्साई शाहगंज पुलिस ने दर्ज मुकदमे में धारा 120 बी सहित अन्य कई धाराओं को जोड़ दिया है।
पति की गिरफ्तारी के बाद पीड़ित पत्नी ने सबूत के तौर पर उरवाई गेट चौराहा से सीसीटीवी की फुटेज निकलवाने के साथ ही ग्वालियर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर दरोगा जी के मोबाईल नम्बर की लोकेशन भी उपलब्ध कराने की गुहार लगयी है। बता दें कि करीब 4 करोड़ की हेराफेरी का मामला दिखाकर शाहगंज पुलिस ने बीते 26 जून को 11 लोगों के विरुद्ध एक मुकदमा दर्ज किया है मुकदमा न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ है। मुकदमे एक आरोपित रवि प्रकाश की पत्नी अंकिता ने शाहगंज पुलिस पर पति को गैरकानूनी ढ़ंग से ग्वालियर से गिरफ्तार करने के 3 दिन बाद जेल भेजने तथा अवैध रूपयों की मांग करने का आरोप लगाया है।