Monday, April 29, 2024
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20 दिवसीय चित्रकला एवं कथक प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन

संस्कार भारती, राज्य ललित कला अकादमी व संगीत नाटक अकादमी का संयुक्त रहा कार्यक्रम
जौनपुर। संस्कार भारती जौनपुर व राज्य ललित कला अकादमी तथा उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 20 दिवसीय चित्रकला एवं कथक प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन हो गया। इस बाबत समापन समारोह हुआ जिसके मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कवि मंच के राष्ट्रीय महामंत्री कमलेश मौर्य “मृदु” एवं विशिष्ट अतिथि डॉ स्मिता श्रीवास्तव रहीं। कार्यक्रम अध्यक्ष संस्कार भारती के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष अवधेश मिश्र ने कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुये दीप प्रज्ज्वलित करके किया। संस्कार भारती के संस्थापक पद्मश्री योगेंद्र जी “बाबा” की प्रथम पुण्यतिथि पर उनको पुष्पांजलि अर्पित किया गया।

कार्यक्रम का प्रारंभ संस्कार भारती ध्येय गीत से हुआ जिसके पश्चात बच्चों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों की प्रदर्शनी का उद्घाटन कार्यक्रम अध्यक्ष ने किया। उपस्थित सभी अतिथियों ने चित्रों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। चित्रकला प्रशिक्षक नवीन विश्वकर्मा ने सम सामयिक विषयों पर बच्चों द्वारा चित्रांकन कराया। सभी ने बच्चों के प्रयास की प्रसंशा किया। कथक प्रशिक्षण प्राप्त छोटे बच्चों ने गणेश वंदना, तत्कार, हस्तक, तोड़ा टुकड़े व कृष्णा वंदना की प्रस्तुतियां कीं। वरिष्ठ वर्ग की बालिकाओं ने कथक नृत्य की विभिन्न विधा का प्रदर्शन किया जिसमें दुर्गा स्तुति, हस्तक आमद, चक्करदार तोड़ा, तिहाई की प्रस्तुति दी गई। इतने कम समय में बच्चों की मनोहारी प्रस्तुति देखकर सभी लोग आनंदित हो उठे। वादक कलाकार शिवाजी ने “तेरी मंद मंद मुस्कानिया” व “छाप तिलक सब छीनी रे मोसे नयना मिला के” गाकर दर्शकों को मंत्र—मुग्ध कर दिया।

अनुराधा भाटिया ने शिव वंदना व बच्चों ने “फेरों न नज़र से नजरिया” गीत पर सुन्दर कथक नृत्य की प्रस्तुति किया। अंत में ब्रज की होरी कथक गुरु रोमा अधिकारी व बच्चों ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में दोनों कला गुरु रोमा अधिकारी व नवीन विश्वकर्मा को कार्यक्रम अध्यक्ष ने अंगवस्त्रम, पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया। संस्थाध्यक्ष व महामंत्री ने कार्यक्रम अध्यक्ष अवधेश मिश्रा, मुख्यातिथि कमलेश मौर्य “मृदु” व विशिष्ट अतिथि डॉ स्मिता श्रीवास्तव को अंगवस्त्रम, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

मुख्य अतिथि ने कहा कि संस्कार भारती द्वारा संस्कार क्षम कार्यक्रमों का आयोजन होने से नई पीढ़ी अपनी संस्कृति से भली—भांति परिचित हो सकेगी। कार्यशाला के माध्यम से बच्चों की अंतर्निहित प्रतिभाओं में निखार आता है। आभार ज्ञापन अमित गुप्त ने किया। कार्यक्रम का समापन वंदेमातरम गीत से हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ विष्णु गौड़ ने किया। इस अवसर पर संस्था के प्रांतीय महामंत्री सुजीत जी, संरक्षक रविन्द्रनाथ, विभाग संयोजक कमलेश जी, अमित श्रीवास्तव, अध्यक्ष डॉ ज्योति दास, महामंत्री अमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजकमल, डॉ रजनीश श्रीवास्तव, डा. मनमोहन, डॉ शैली मोहन निगम, डॉ प्रियंका चौहान, डा. नरेंद्र पाठक, श्याम मोहन अग्रवाल सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में मनीष अस्थाना, मधुलिका अस्थाना, ज्योति श्रीवास्तव, राजेश किशोर, बालकृष्ण, अरुण केसरी, अवधेश श्रीवास्तव, शिव नारायण, सुप्रतीक, आकाश सेठ, आशीष जायसवाल, आशीष साहू, प्रेम प्रकाश मिश्र का विशेष योगदान रहा।

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