अजय पाण्डेय
जौनपुर। उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण वाणी रंजन अग्रवाल के मार्गदर्शन एवं कुशल निर्देशन तथा ज्योति अग्रवाल सिविल जज सी0डि0/प्रभारी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जौनपुर की देख-रेख में जनपद न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया।
इस अवसर पर वाणी रंजन अग्रवाल जनपद न्यायाधीश द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न न्यायालयों में लम्बित 2637 एवं राजस्व न्यायालयों तथा प्रशासन के अन्य विभागों में 33605 अर्थात कुल 36242 मामलें निस्तारित हुए तथा समझौता राशि कुल 189565870 रुपये की गई। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण श्री भूदेव सिंह गौतम द्वारा क्षतिपूर्ति के 115 मुकदमें लगाये गये जिनमें से 104 मामलों का निस्तारण कराते हुए कुल रू० 66136000 रुपये की धनराशि क्षतिपूर्ति याचीगण को दिलायी गयी।
पारिवारिक न्यायालयो द्वारा 197 मुकदमों को निस्तारित किया गया जिसमें पीड़ि़ता को मु० 17198704 रूपये की समझौता राशि प्रदान करायी गयी। न्यायालय विशेष न्यायाधीश ई0सी0एक्ट द्वारा विद्युत से सम्बन्धित कुल 62 वाद निस्तारित किये गये। विभिन्न मजिस्ट्रेट न्यायालयों द्वारा 1905 शमनीय फौजदारी वादों को निस्तारित किया गया जिनमें रू० 734190 का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया।
एनआई एक्ट के 13 मामलें जिसमें समझौता राशि रू० 1759994 तथा अन्य प्रकार के 235 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें समझौता राशि रू० 6050 दिलाया गया। सिविल न्यायालय द्वारा कुल 121 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें उत्तराधिकार के मामलों में मु० 14154504 रूपये का प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। प्री-लिटिगेशन स्तर पर जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों एवं पुलिस विभाग द्वारा भी मामलों का निस्तारण कराया गया, जिसमें राजस्व न्यायालयों फौजदारी के 25739 वादों, राजस्व के 3545 वाद, स्टाम्प वाद के 10 वाद जिसमें रू० 395490 समझौता राशि अधिरोपित किया गया एवं अन्य प्रकार के 3555, व नगर पालिका द्वारा जलकर से सम्बन्धित 24 वादों, विद्युत बिल से सम्बन्धित 38 वादों मामलों का निस्तारण किया गया।
बैंक/ फाइनेंस कम्पनी एवं बी0एस0एन0एल0 आदि के रिकवरी से सम्बन्धित 1028 प्री-लिटिगेशन वाद निस्तारित किये गये तथा जिसमें मु० 89180988 रुपये का समझौता किया गया। इस प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 36242 मामलों का निस्तारण किया गया जिसमें कुल 189565870 रुपये की धनराशि पर समझौता किया गया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय, अपर प्रधान न्यायाधीशगण, समस्त अपर जनपद न्यायाधीशगण, अध्यक्ष, स्थायी लोक अदालत तथा अन्य समस्त न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।