Monday, April 29, 2024
No menu items!

भारत विकास परिषद ने नशा मुक्ति गोष्ठी का किया आयोजन

तम्बाकू उत्पाद सेहत के लिये अत्यन्त हानिकारक: डा. गौरव प्रकाश
जौनपुर। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर भारत विकास परिषद् ने गोष्ठी का आयोजन अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता की अध्यक्षता में केयर डेंटल स्पेशलिटी सेंटर रुहट्टा में किया जहां तम्बाकू से होने वाले खतरे और उसके प्रभावों को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। इस मौके पर मुख एवं दन्त रोग विशेषज्ञ डॉ गौरव प्रकाश मौर्य ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1987 से हर साल 31 मई को विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। पान, गुटखा, सिगरेट, दोहरा, खैनी, सुर्ती सहित अन्य तम्बाकू उत्पाद सेहत के लिये अत्यंत हानिकारक हैं। इनसे कैंसर के साथ ही हर्दय, फेफड़ा, गुर्दा एवं शरीर के अन्य भागों को भी नुकसान होता है।

कोरोना संक्रमण के दौर में तो ये ख़तरा और बढ़ गया है। धूम्रपान करने से फेफड़े़ कमजोर हो जाते हैँ जिससे कोरोना के बाद से इसकी संभावना और बढ़ गई है। इसके अलावा पान मसाला, गुटखा खाकर लोग जगह-जगह थूकते हैं जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। डा. मौर्य ने कहा कि तम्बाकू उत्पादकों का प्रयोग मुख एवं गले के कैंसर का प्रमुख कारण है जिससे हर साल करीब 4 लाख लोग अपनी जान गँवा देते हैं।

इसी क्रम में डॉ तूलिका मौर्या ने बताया कि ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे 2016-17 के अनुसार भारत में करीब 34.6 प्रतिशत व्यस्क लोग तम्बाकू का सेवन करते हैँ। सिगरेट, बीड़ी का उपयोग करने वालों की संख्या 1998 में 7.9 करोड़ से बढ़कर 2015 में 11 करोड़ हो गयी। ऐसे में ये अत्यंत अवश्यक है कि लोग जल्द से जल्द इस लत से छुटकारा पा लें। गोष्ठी में पूर्व अध्यक्ष विक्रम गुप्त, अतुल गुप्ता, प्रान्तीय नशा मुक्ति प्रकल्प प्रमुख दिलीप जायसवाल, डा. ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, अनिल जायसवाल, आनंद मिश्रा, अजयनाथ जायसवाल, इन्दु यादव, आशीष चौबे आदि उपस्थित रहे। गोष्ठी का संचालन सचिव पंकज सिंह ने किया। अन्त में अध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular