जौनपुर। भारत विकास परिषद जौनपुर शाखा सर्वप्रथम प्रौढ साधना प्रकल्प के अंतर्गत हिन्दू साम्राज्य दिनोत्सव का कार्यक्रम सरस्वती शिशु मंदिर बारीनाथ में हुआ। शाखाध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि शिवाजी महाराज को राज्याभिषेक के समय छत्रपति की उपाधि दी गई। छत्रपति का अर्थ है संप्रभु और सर्वशक्तिमान। मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जौनपुर के जिला सामाजिक सद्भाव अविनाश जी ने शिवाजी महराज के जीवन का विस्तार से वर्णन किया।
उन्होंने बताया कि छत्रपति शिवाजी राजे भोसले भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे जिन्होंने 1674 ई. में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। इसके लिए उन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से संघर्ष किया। सन् 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ।
मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व विभाग प्रचारक रामेश्वर सिंह ने बताया कि उस समय हिन्दुओं को जागरूक करने के जगह जगह रामलीला मंचन किया जाता था। नगर संघचालक धर्मवीर मोदनवाल ने हिन्दुओं को संगठित होने की बात कही।
कार्यक्रम में प्रान्तीय नशा मुक्ति प्रकल्प प्रमुख दिलीप जायसवाल, पूर्व अध्यक्ष भृगुनाथ पाठक, अतुल जायसवाल, डा. ब्रहमेश शुक्ल, मनीष नारायण, सतेंद्र अग्रहरी, अतुल सिंह, अनिल जायसवाल, अजय गुप्ता, अजयनाथ, आनंद साहू, सुनील जायसवाल, पंकज श्रीवास्तव, मूलचन्द्र सेठ, मुन्ना लाल, सिद्धार्थ, जिलाजीत, संजीव शाह, अंशुमान सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अवधेश गिरी एवं आभार रामरतन सोनी ने किया।