अतुल राय/दिलीप कुमार
जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय विकास खण्ड अंतर्गत ब्लॉक परिसर में बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि राजीव सिंह ने किया। इस मौके पर ज्वाइण्ट खंड विकास अधिकारी महेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति गांव-गांव में जाकर के गरीब तबके के बच्चों को एवं उनके अभिभावक को विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करें।
इसी क्रम में डीसीपीयू मुरलीधर गिरी बाल संरक्षण समिति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ICPS (समेकित बाल संरक्षण योजना) विश्व युद्ध के बाद से ही शुरू हुई है। जब युद्ध मे बहुत से बच्चे घायल हुए थे। सन् 2012 से इस योजना को लागू किया गया। वर्तमान में इसे मिशन वात्सल्य योजना के नाम से संचालित किए जाने का निर्णय लिया गया है। यह समिति 0-18 वर्ष के सभी बालक, बालिकाओं हेतु बाल संरक्षण के संरचनात्मक परिवेश का निर्माण, उनके पालन पोषण करने, परिवार की देख—रेख पाने व उनको हिंसा तथा दुर्व्यवहार से बचाने तथा उनको प्रतिष्ठा के साथ रहने पर कार्य करती है।
शिक्षा विभाग के एआरपी रूद्रसेन सिंह ने बताया कि सबको जागरूक होकर अपने कर्तव्य का निर्वहन करने की आवश्यकता है। सरकार द्वारा बच्चों के शिक्षा के लिए कई सुविधायें नियोजित हैं लेकिन उनको शिक्षा से जोङने के लिए जनजागरूकता होना जरूरी है। हम सबको पहल करने की आवश्यकता है।
बैठक में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (कोविड) तथा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), सुमंगला योजना योजना, बच्चों का विद्यालय में नामांकन तथा उनका विद्यालय मे ठहराव, बाल अपराध रोकथाम, उनके स्वास्थ्य तथा भरण पोषण आदि विषयो पर चर्चा किया गया।
बैठक में शिक्षा विभाग से रुद्रसेन सिंह, बाल कल्याण अधिकारी रमेश चंद्र स्पेक्टर, मेडिकल आफिसर CHC रेहटी, समाज कल्याण दिनकर मौर्य, Ado पंचायत जलालपुर, अनिल कुमार, मानव संसाधन एवं महिला विकास संस्थान की सरोज वर्मा, पूनम भारती आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन आशु वर्मा ने किया।