जौनपुर। हिंदुस्तान मानवाधिकार एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव व भारतीय रेडक्रॉस के सदस्य वकार हुसैन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मछलीशहर में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और जिलाधिकारी से किया। आश्चर्य है कि जिन हाथों में सुकाशा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है, वही हाथ लोगों का गला घोंटा नजर आते हैं। पैसे के लोभ में नैतिकता को तार तार और मानवीय गरिमा की हत्या कर रहे हैं। चिकित्सा जैसा पवित्र, संवेदनशील पेशा जिसे ईसा मसीह का पवित्र कार्य कहा जाता है जिसका संबंध समाज के पीड़ित लोग होते हैं परन्तु धन लोभ में इसे नजर अंदाज कर दिया जाता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस समय मछलीशहर सामुदाियक केंद्र भ्रष्टाचार का केंद्र बना है। यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बाहरी दवाएं लिखी जाती है। प्रत्येक डिलीवरी पर प्रति नर्स 1000 भुगतान कराया जाता है। मरीजों के लिए कभी भी जनरेटर नही चलाया जाता है। सरकारी आवास को किराए पर उठा दिया जाता है। सरकारी वाहनों को कभी कार्य स्थल पर नहीं भेजते हैं। अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कसेरूवा के फार्मेसिस्ट से प्रत्येक माह सुविधा शुल्क लेकर उसे ड्यूटी से बाहर रखा जाता है। खुद वहां के अधीक्षक उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर नहीं करते कि किसी विवाद के समय उपस्थिति स्पष्ट ना दिखे आदि। उन्होंने मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और जिलाधिकारी से प्रकरण की जांच की मांग किया।