Sunday, April 28, 2024
No menu items!

ओढ़ा दो कम्बल, मिले राहत, जिन्दगी परवाह मांगती…

शाहगंज, जौनपुर। कड़कड़ाती ठंड में ठिठुरती जिंदगी पनाह मांगती, ओढ़ा दो कंबल मिले राहत जिंदगी परवाह मांगती…। ठण्ड क्या होती है ये कोई उनसे पूछे जो सर्द रातों में खुले आसमां के नीचे किसी तरह अपने बदन को सिकोड़कर रात गुजारने को मजबूर होते हैं। ऐसी स्थिति में यदि ऐसे मजलूम लोगों को कोई भी ऊनी वस्त्र मिल जाए तो उनके मुंह से दुआओं की बारिश होना लाजिमी है। कुछ ऐसी पहल की संदीप जायसवाल भाजपा, गीता सिंह, रीता जायसवाल ने अपने जन्मदिन पर जरूरतमंद लोगों को कंबल वितरित करके किया।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

Most Popular