हिन्दू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का है विशेष महत्व
पतरही, जौनपुर। मकर संक्रांति पर्व को लेकर पतरही बाजार में तिलकुट, लाई, चूड़ा और पतंगों की दुकानें सज गई हैं। तिल, गुड़ पट्टी, लाई, चिवड़ा,गट्टा आदि खाद्य सामग्रियों की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। महंगाई के बावजूद लोग अपनी हैसियत के मुताबिक खरीददारी कर रहे हैं। लोग परंपराओं का निर्वहन करते हुए बहन-बेटियों के घर खिचड़ी भेजने में लगे हैं। सर्दी के मौसम में तिल-गुड़ की मिठाई सेहत के लिए भी काफी लाभकारी होती है। बच्चों और युवाओं में मकर संक्रांति पर्व पर पतंगबाजी के लिए काफी उत्साह है। बच्चे और युवा अपनी पसंद की पतंग और डोर की चकरियां खरीदने में जुटे रहे। पतंगबाजी के शौकीनों की पतंगों की दुकानों पर भीड़ लगी रही है। बता दें कि हिंदू धर्म में मकर संक्रांति पर्व का विशेष महत्व है। यह पर्व देश के हर हिस्से में मनाया जाता है। इस दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान करके पुण्य की प्राप्ति करते हैं। भगवान सूर्यदेव की पूजा-अर्चना करते हैं एवं दान देते हैं। मकर संक्रांति को खिचड़ी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन सूर्यदेव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।
शास्त्रों के अनुसार जब सूर्यदेव एक राशि से निकलकर दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं, उसे संक्रांति कहा जाता है। संक्रांति के दिन भगवान सूर्य दक्षिणायण से उत्तरायण होते हैं। यही वजह है कि सर्दियों के सीजन में रात लंबी और दिन छोटा होता है। वहीं संक्रांति से दिन बड़ा और रात छोटी होने लगती है। संजय दीक्षित ने बताया कि इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी को है, क्योंकि सूर्यदेव का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की रात 08:43 मिनट पर होगा, इसलिए उदयातिथि के अनुसार अगले दिन 15 जनवरी को मकर संक्राति मनाई जाएगी। 15 जनवरी को मकर संक्रांति का पुण्य काल रहेगा जिसमें सूर्योदय से लेकर पूरे दिन दान पुण्य आदि किए जा सकेंगे। इस साल मकर संक्रांति के दिन सूर्य, शनि और शुक्र मकर राशि में रहेंगे जिससे त्रिग्रही योग का शुभ संयोग बन रहा है। साथ ही चित्रा नक्षत्र, शश योग, सुकर्मा योग, वाशी योग, सुनफा योग और बालव करण योग बनेंगे और इस दिन पौष मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पड़ रही है। इन शुभ योग से कई लोगों की किस्मत चमक जाएगी। यानी कई राशि वाले लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इन योगों में यदि शुभ कार्य, दान, पुण्य, तीर्थ यात्रा, भागवत महापुराण आदि किया जाए तो किस्मत के बंद दरवाजे भी खुल सकते हैं।
तुला राशि के चंद्रमा में मकर संक्रांति का पुण्य काल होगा जो बेहद शुभ माना जाता है। इसके अलावा रविवार के दिन मकर संक्रांति का पड़ना बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि मकर संक्रांति पर्व सूर्य से जुड़ा हुआ है और रविवार का दिन सूर्यदेव का समर्पित है।बताते चलें कि मकर संक्रांति के मद्देनजर पुलिस चौकी पतरही प्रभारी इंचार्ज देवेन्द्र दुबे के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे।