विपिन मौर्य एडवोकेट
मछलीशहर, जौनपुर। स्थानीय नगर के प्रख्यात होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. आरपी यादव ने बताया कि डेंगू और चिकनगुनिया बुखार इन दिनों क्षेत्र में तेजी से फैला हुआ है। देखने में आ रहा है कि हर तीसरा घर इससे पीड़ित है। डॉक्टर ने कहा कि डेंगू चिकनगुनिया और स्क्रब टायफस बुखार के लक्षण में मामूली सा अंतर होता है। तीनों तरह के बुखार में तेज बुखार होता है। जोड़ों में दर्द होता है। सिर दर्द होता है और उल्टी आती है। चिकनगुनिया के लक्षणों को लोग मच्छरों की वजह से होने वाली अन्य बीमारियों जैसे मलेरिया व डेंगू के लक्षण मान लेते हैं लेकिन इनका प्रभाव शरीर पर अलग तरीके से होता है। इसमें होने वाले बुखार की गम्भीरता अन्य बीमारियों से अलग होती है। इसी तरह डेंगू में कई बार मरीज़ को ब्लीडिंग जैसे लक्षण भी दिखायी पड़ते हैं। जबकि मलेरिया में मरीज़ों में तेज़ बुखार होता है जो शाम में काफी बढ़ जाता है। जिसके बाद बार-बार और जल्दी-जल्दी ठंड और पसीना जैसी समस्याएं होती रहती हैं। चिकनगुनिया का फैलाव आमतौर पर घर के बाहर और दिन के समय में होता है। उन्होंने कहा कि होम्योपैथिक में भी इन रोगों का बेहतर इलाज संभव है। बायोफिटा, पोटोरियम आर्सेनिक आदि बहुत ही कारगर दवाई है।