Monday, April 29, 2024
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हापुड़ की घटना से भड़के अधिवक्ताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

  • दीवानी में नहीं लगी पुलिस की ड्यूटी, बिना चेकिंग अंदर गये वादकारी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई पेशी

हिमांशु श्रीवास्तव
जौनपुर। हापुड़ में पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज के विरोध में शुक्रवार को दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता न्यायिक कार्य का बहिष्कार किए। पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी प्रदर्शन किया। वकीलों के आक्रोश को देखते हुए किसी भी पुलिसकर्मी की कोर्ट में ड्यूटी नहीं लगाई गई जबकि रोजाना 100 से अधिक पुलिसकर्मी सभी गेट एवं परिसर में तैनात रहते हैं। यहां तक की न्यायिक अधिकारियों के की सुरक्षा में लगाए गए पुलिसकर्मी भी बिना असलहा के सादी वर्दी मे थे।

सुरक्षाकर्मियों का कहना था कि पुलिस अधीक्षक के पास लखनऊ से आदेश आया है कि जजेज़ के सुरक्षाकर्मी भी बिना असलहा सादी वर्दी में ही कोर्ट में जाएं। पहली बार दीवानी न्यायालय में कोई भी पुलिसकर्मी तैनात नहीं था। कोर्ट परिसर में तैनात पीएसी के जवान न्यायालय की सुरक्षा में तैनात रहे। सुरक्षाकर्मी न होने के कारण वादकारी बिना चेकिंग के न्यायालय परिसर में प्रवेश किए। बंदियों की वैन भी जेल से नहीं आई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी हुई। हाईकोर्ट समेत प्रदेश के कई जिलों में व्यापक विरोध प्रदर्शन चल रहा है। सोशल मीडिया पर अधिवक्ताओं ने ऐलान किया है कि किसी पुलिसकर्मी को कोर्ट में प्रवेश नहीं करने देंगे। शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने मीटिंग में प्रस्ताव पारित कर हापुड़ की घटना की घोर निंदा करते हुए कार्य से विरत रहने का प्रस्ताव पारित किया तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी प्रदर्शन किया।

अध्यक्ष जितेंद्र नाथ उपाध्याय, मंत्री अनिल सिंह, राजकुमार यादव, विनय उपाध्याय, अतुल श्रीवास्तव, अवधेश सिंह, सुभाष चंद्र यादव, अजीत सिंह, हिमांशु श्रीवास्तव, सीपी दुबे, अश्वनी मिश्र, अरविंद सिंह, शिव प्रकाश गिरी, शैलेश मिश्र, गोरख श्रीवास्तव, वीरेंद्र यादव, ध्यानचंद ओझा, सुरेंद्र प्रजापति, रवि पाल, मानसिंह, पुनीत शुक्ला, प्रशांत उपाध्याय, अभिनव मिश्र, विकास तिवारी, अवनीश चतुर्वेदी, निलेश निषाद, अवधेश यादव आदि अधिवक्ता उपस्थित थे।

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