Sunday, April 28, 2024
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हर साल 12 लाख लोग हो रहे शिकार

विश्व भर में तंबाकू सेवन से प्रति वर्ष होने वाली मौतों में से एक तिहाई लोग विकासशील देशों के होते हैं। तंबाकू सेवन उनकी अगर यही स्थिति रही तो अगले 25 वर्षों में पूरे विश्व में होने वाली मौतों से आधे से अधिक विकासशील देशों में होगी। विश्व में तंबाकू सेवन से होने वाले लोगों से विकसित देशों की संख्या 20 है। देश में तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के ढेरों चेतावनी देने के बाद भी आज 1200000 लोग हर साल तंबाकू के शिकार होकर मर जाते हैं। ऐसा अनुमान है कि भारत में लगभग 33 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं और रोजाना 35 करोड़ एवं हर साल 20000 करोड़ सिक्योरिटी की बिक्री केवल भारत में होती है। भारत में पुरुषों में आधे से अधिक और महिलाओं में एक चौथाई कैंसर का कारण सिर्फ तंबाकू है। इसके प्रयोग से हृदय रोग को एक रोका इट इस विवाह छह रोग होने की संभावना अधिक होती है। विभिन्न रूपों में तंबाकू चबाने से सबसे ज्यादा मुंह में गले का कैंसर होता है। तंबाकू मिश्रित अंजन भी बहुत नुकसान दे रहे हैं। तंबाकू के सेवन से नुकसान की शुरुआत मुंह में सफेद दाग धब्बे सोती है। मुंह में न ठीक होने वाले छाला से होता है। मुंह में सिकुड़ता जाता है जिसे ओरल फाइब्रोसिस करते हैं।
तंबाकू से मुंह के अंदर कई प्रकार के घाव बन जाते हैं। जैसे ब्लॉक किया जो मुंह के अंदर लाल भूरे एवं नीले दाग होते हैं। ल्यूकोपलाकिया जो मुंह के अंदर दाग हो जाता है। धूम्रपान या तंबाकू से लत से छुटकारा पाना मुश्किल तो जरूर है लेकिन असंभव नहीं तो प्रभाव छोड़ने का निश्चय करने वाले लोग चाय कॉफी का सेवन कम करें, क्योंकि इसमें कैसी नामक एक ऐसा तत्व होता है जो सिगरेट या तंबाकू की लत को बढ़ाता है।
अतः तंबाकू से परहेज की पहला इलाज है, इसलिए अपने मनोबल से तंबाकू की लत छोड़ दें। वैसे मैं निकोटीन की लत से छुड़ाने वाले विवरण एवं अन्य दवाएं भी उपलब्ध हो चुकी हैं जिनका सेवन डॉक्टर के परामर्श से करें। इस तरह नशा मुक्त केंद्र की मदद भी ली जा सकती है। कैंसर होने पर उसका विशेषज्ञ चिकित्सक इलाज कराकर सुखमय जीवन व्यतीत करें।
नशा नहीं, खुशी अपनाइये।
रामसेवक सिंह यादव
क्षेत्रीय मद्य निषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी वाराणसी क्षेत्र।

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